रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता हेमंत सोरेन ने गुरुवार को राज्य के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली. हेमंत ने जेल से छूटने के 6 दिन बाद ही एक बार फिर से राज्य की कमान अपने हाथ में ली है. इस बीच उनकी मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने जमीन […]
रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता हेमंत सोरेन ने गुरुवार को राज्य के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली. हेमंत ने जेल से छूटने के 6 दिन बाद ही एक बार फिर से राज्य की कमान अपने हाथ में ली है. इस बीच उनकी मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने जमीन घोटाला मामले में बड़ा कदम उठाया है. ईडी हेमंत सोरेन की जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है. बता दें कि झारखंड हाईकोर्ट ने हेमंत सोरेन को जमानत दी थी. अब ईडी ने हाईकोर्ट आदेश को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी है.
बता दें कि हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण को काफी खास गया. क्योंकि 31 जनवरी 2024 को जिस राजभवन से हेमंत की गिरफ्तारी हुई थी, वहीं पर 156 दिन बाद हेमंत ने दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. मालूम हो कि जमीन घोटाला मामले में ईडी ने जनवरी में हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था. हेमंत ईडी की हिरासत में राजभवन में पहुंचे थे, इस दौरान राज्यपाल को सीएम पद का इस्तीफा सौंपने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.
हेमंत सोरेन तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने हैं. वे सबसे पहले 2013 में सीएम बने थे. इस दौरान उनका कार्यकाल करीब डेढ़ साल तक रहा था. इसके बाद दिसंबर 2019 में सोरेन दूसरी बार मुख्यमंत्री बने. इस दौरान वे करीब चार साल तक पद पर रहे. फिर 4 जुलाई 2024 को हेमंत ने तीसरी बार सीएम पद की शपथ ली. गौरतलब है कि हेमंत जब 2013 में सीएम बने थे, तब उनकी उम्र सिर्फ 38 साल थी. ऐसे में उनके नाम राज्य का सबसे युवा सीएम होने का रिकॉर्ड है.
मैं जेल से बाहर आ गया हूं, अब… फिर से सीएम बनते ही गरजे हेमंत सोरेन