नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में किसान अपने ट्रैक्टर ट्राली के साथ पहुंच रहे हैं। किसान आंदोलन के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दिल्ली से सटे कई बॉर्डर को सील भी कर दिया गया है। अपनी मांगों को लेकर ‘दिल्ली-चलो’ मार्च पर निकले किसानों को रोकने की केंद्र सरकार की कोशिश भी नाकाम […]
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में किसान अपने ट्रैक्टर ट्राली के साथ पहुंच रहे हैं। किसान आंदोलन के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दिल्ली से सटे कई बॉर्डर को सील भी कर दिया गया है। अपनी मांगों को लेकर ‘दिल्ली-चलो’ मार्च पर निकले किसानों को रोकने की केंद्र सरकार की कोशिश भी नाकाम होती दिखी। सोमवार देर रात तक किसान नेताओं तथा केंद्रीय मंत्रियों के बीच चली बैठक बेनतीजा ही रही।
‘दिल्ली चलो’ मार्च को लेकर पूछे जाने पर किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि अलग-अलग राज्यों की अलग-अलग मांगें हैं. उन्होंने सरकार से सवाल पूछा कि क्या किसान हमेशा धरने पर ही बैठे रहेंगे, क्या वो हमेशा दिल्ली की तरफ कूच करेंगे? उन्होंने कहा कि सरकार को इस पर गौर करना चाहिए। ये अड़ियल रवैया किसी के लिए भी अच्छा नहीं साबित हो रहा।
शंभू बॉर्डर पर पहले कुछ नौजवानो ने बैरिकेडिंग तोड़नी शुरू की उसके बाद पुलिस ने एक्शन लिया है। बता दें कि हरियाणा पुलिस ने बैरिकेडिंग हटाने के लिए मना किया था। उसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे हैं। पुलिस लगातार अनाउंस कर रही थी कि आप आगे मत जाओ। इसके बाद से वहां भगदड़ जैसे हालात बन गए हैं।
किसान आंदोलन के मद्देनजर राजस्थान में हनुमान गढ़, श्री गंगानगर और अनपूगढ़ में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। वहीं पंजाब हरियाणा का बॉर्डर सील कर दिया गया है। हनुमान गढ़ से पंजाब, हरियाणा जाने वाली रोडवेज बसें भी बंद कर दी गई हैं।