नई दिल्ली : आज मॉनसून सत्र का चौथा दिन था लेकिन वे भी हंगामा के भेंट चढ़ते हुए नजर आ रहा है. आज लोकसभा शुरू होते ही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.वहीं राज्यसभा कुछ समय चली लेकिन वे भी कुछ समय चलने के बाद 2 बजे तक के लिए स्थगित कर […]
नई दिल्ली : आज मॉनसून सत्र का चौथा दिन था लेकिन वे भी हंगामा के भेंट चढ़ते हुए नजर आ रहा है. आज लोकसभा शुरू होते ही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.वहीं राज्यसभा कुछ समय चली लेकिन वे भी कुछ समय चलने के बाद 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. विपक्ष लगातार मणिपुर पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहा है. विपक्ष कह रहा है कि दोनों सदन में मणिपुर मामले पर पीएम मोदी आकर बयान दे. इसी बीच केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि हम छत्तीसगढ़, राजस्थान, मणिपुर, पश्चिम बंगाल में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर चर्चा करना चाहता है.
Union Minister Piyush Goyal in the Parliament, says "Home Minister Amit Shah will speak on the Manipur issue. We want a discussion on the atrocities against women in Rajasthan, Chhattisgarh, West Bengal and Manipur as well. pic.twitter.com/DlhqVTsUt1
— ANI (@ANI) July 25, 2023
राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, आज मणिपुर जल रहा है, वहां दुष्कर्म हो रहे हैं. मणिपुर की बात हम कर रहे हैं और यहां प्रधानमंत्री ईस्ट इंडिया की बात कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मणिपुर की स्थिति के बारे में विस्तृत बयान देना चाहिए और देश की जनता को भरोसे में लेना चाहिए.
दरअसल विपक्ष लगातार मणिपुर मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र के बयान की मांग कर रहा है. विपक्ष की मांग है कि मणिपुर हिंसा के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में बयान दें. हालांकि सत्ता पक्ष की ओर से साफ़ कर दिया गया है कि वह इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं. इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का बयान भी सामने आया है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने विपक्ष की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा, गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में इस प्रस्ताव को रखा कि मणिपुर संबंधित घटनाओं पर वे चर्चा चाहते हैं, जवाब देना चाहते हैं. आंतरिक सुरक्षा का दायित्व गृह मंत्री अमित शाह के अंतर्गत आता है. राष्ट्र के गृह मंत्री स्वंय बार-बार विपक्ष से दरख्वास्त कर रहे हैं कि सदन में इस मुद्दे पर चर्चा करें, ऐसा क्या है कि जो विपक्ष मणिपुर के बारे में राष्ट्र के सामने आने देना नहीं चाहता?