अखिलेश के इस अभेद किले को जीतने के लिए मुस्लिम चेहरे पर दांव खेलेंगे CM योगी?

लखनऊ: लोकसभा चुनाव के बाद अब उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव को लेकर सियासी हलचल बढ़ी हुई है. सभी पार्टियों ने उपचुनाव की तैयारियां तेज कर दी है. इस बीच लोकसभा चुनाव में लगे झटके के बाद बीजेपी उपचुनाव में जीत दर्ज कर समाजवादी पार्टी पर पलटवार करना चाहती है. बीजेपी के शीर्ष और राज्य […]

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अखिलेश के इस अभेद किले को जीतने के लिए मुस्लिम चेहरे पर दांव खेलेंगे CM योगी?

Vaibhav Mishra

  • August 22, 2024 9:01 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

लखनऊ: लोकसभा चुनाव के बाद अब उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव को लेकर सियासी हलचल बढ़ी हुई है. सभी पार्टियों ने उपचुनाव की तैयारियां तेज कर दी है. इस बीच लोकसभा चुनाव में लगे झटके के बाद बीजेपी उपचुनाव में जीत दर्ज कर समाजवादी पार्टी पर पलटवार करना चाहती है. बीजेपी के शीर्ष और राज्य नेतृत्व ने उपचुनाव के लिए कमर कस ली है. भाजपा के लिए उपचुनाव जीतना प्रतिष्ठा का विषय बन गया है.

कानपुर की इस सीट पर दिलचस्प मुकाबला

बता दें कि जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं, उसमें कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट भी शामिल है. यह सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ है. 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा ने इरफान सोलंकी को यहां से टिकट दिया था. सोलंकी ने चुनाव में जीत भी दर्ज की थी. लेकिन एक आगजनी के मामले में 7 साल की सजा मिलने के बाद इरफान सोलंकी को विधानसभा की सदस्यता से हाथ धोना पड़ा है. इसके बाद अब इस सीट पर उपचुनाव होना है. सपा ने यहां से इरफान की पत्नी नसीम को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं भाजपा सपा को इस सीट पर हराने के लिए अपने उम्मीदवार का चयन करने में जुटी हुई है.

किसी मुस्लिम को टिकट दे सकती है भाजपा

सियासी गलियारों में चर्चा है कि सीएम योगी और बीजेपी शीर्ष नेतृत्व विधानसभा उपचुनाव की सभी 10 सीटें जीतना चाहता है. ऐसे में बीजेपी इस सीट को जीतने के लिए किसी मुस्लिम चेहरे पर दांव खेल सकती है. बता दें कि सीसामऊ विधानसभा सीट पर मुस्लिमों की अच्छी खासी संख्या है. यहां कुल वोटर्स में 40 फीसदी मुस्लिम हैं. यही वजह है कि सभी पार्टियां यहां पर मुस्लिम चेहरे पर दांव खेलती आईं हैं. चर्चा है कि इस बार भाजपा भी किसी मुस्लिम उम्मीदवार को यहां से उतार सकती है.

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