नई दिल्ली: wife swapping बड़े शहरों की लाइफ स्टाइल की एक नई हकीकत है। इसे न तो खुले तौर पर स्वीकार किया जाता है और न ही सिरे से खारिज किया जाता है। हाल ही में केरल से wife swapping रैकेट का पर्दाफाश हुआ था जिसमें 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस रिपोर्ट में […]
नई दिल्ली: wife swapping बड़े शहरों की लाइफ स्टाइल की एक नई हकीकत है। इसे न तो खुले तौर पर स्वीकार किया जाता है और न ही सिरे से खारिज किया जाता है। हाल ही में केरल से wife swapping रैकेट का पर्दाफाश हुआ था जिसमें 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस रिपोर्ट में कहा गया है कि गिरफ्तार किए गए लोग एक ग्रुप में wife swapping के धंधे में लगे हुए थे। लेकिन आखिरकार उनके काले धँधे का खुलासा हो गया।
एक रिपोर्ट के मुताबिक हाई सोसाइटी से लेकर छोटे शहरों तक आजकल बड़े शहरों में वाइफ स्वैपिंग (wife swapping) का चलन हो रहा है। वाइफ स्वैपिंग हमारी शहरी लाइफ स्टाइल का ही एक कड़वा सच है जिससे इनकार नहीं किया जा सकता है। ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। इसमें आमतौर पर दो तरह के मामले होते हैं। एक में दोनों तरफ के लोगों की सहमति होती है, जबकि बाकी दूसरे मामले में कोई एक साथी तैयार नहीं होता है और उस पर दवाब बनाकर उसे तैयार किया जाता है।
करीब एक दशक पहले भारतीय नौसेना के एक युवा अधिकारी की बीवी ने अपने पति और उनकी यूनिट के अधिकारियों पर संगीन आरोप लगाए थे। अधिकारी की वाइफ ने दावा किया कि वह वाइफ स्वैपिंगमें शामिल थी। एक सर्वे के मुताबिक भारत के बड़े शहरों में करीब 27 फीसदी कपल्स इस तरह की हरकत में शामिल हैं। यह तादाद अपने आप में चौंकाने वाली है।
आज का जमना तेज है। हाई-स्पीड इंटरनेट ने समाज की आबो-हवा बदल दी है। लोग बहुत जल्दी सब कुछ पाना चाहते हैं। चाहे वो दुनियावी हो या मिडिल क्लास हर कोई अपने जीवन में “X फ़ैक्टर” की तलाश में रहता है। रिलेशनशिप एक्सर्ट के अनुसार, कुछ लोग अभी भी इस “एक्स फैक्टर” की तलाश कर रहे हैं। लेकिन धीरे-धीरे कुछ शादीशुदा जोड़े इसके आदी हो जाते हैं।
इसके अनुसार हस्बैंड-वाइफ अपनी मर्ज़ी से अपना साथी बदलते हैं। इसके जरिए वे अपनी सेक्स की इच्छा को पूरा करते हैं। यह एक दिन या एक दिन से ज़्यादा समय तक चल सकता है। कुछ लोग कहते हैं कि इससे उनके जीवन में नई ऊर्जा आती है। चूँकि इसमें कपल्स की रजामंदी होती है, इसलिए कोई इसमें बेवफाई की शिकायत नहीं करता।
वाइफ स्वैपिंग दुनिया में कहीं भी कानूनी नहीं है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि जोड़े की सहमति है या नहीं। लेकिन इसके लिए कोई विशेष कानून भी नहीं है। अगर हस्बैंड अपनी बीवी की सहमति से पार्टनर बदलता है तो इसे आपसी सहमति कहते हैं। कोई भी इस पर तब तक मुकदमा नहीं कर सकता जब तक कि तीसरा पक्ष इससे पीड़ित न हो। हालाँकि, एक विवाहित महिला या पुरुष के लिए एक से अधिक के साथ संबंध में होना कानूनी अपराध है। यदि आप पकड़े जाते हैं और दोषी पाए जाते हैं, तो IPC के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है।