हलाल पर क्यों उठते सवाल? जानें इस्लाम धर्म में क्या है इसका अर्थ और महत्व

नई दिल्ली: हलाल और हराम सिर्फ खाने-पीने तक ही सीमित मसला नहीं है. बल्कि जीवन जीने के वो तरीके जो इस्लाम के अनुसार उचित माने जाते हैं. वह सब हलाल है और जिसकी अनुमति नहीं है वह हराम है. इस्लाम में क्या हलाल है और क्या हराम, इसका स्पष्ट विभाजन है. हलाल और हराम अरबी शब्द हैं. इस्लाम धर्म के अनुसार, इस्लाम में हलाल का अर्थ है जो वैध है, जिसकी इस्लाम में अनुमति है और जो उचित है वह हलाल है. और हराम का मतलब है जो गैरकानूनी है, जो उचित नहीं माना जाता है. इस्लाम जिस चीज़ की इजाज़त नहीं देता और जिस चीज़ पर रोक लगाता है उसे हराम माना जाता है.

जानें हलाल का अर्थ

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के इतिहास विभाग के प्रोफेसर इरफान हबीब ने कहा, ‘हर धर्म में कुछ नियम होते हैं, इसलिए यहूदी और मुस्लिम एक तरह से जानवरों का वध करते हैं. दोनों के लिए एक ही रास्ता है, जबकि ईसाई इसे अलग तरीके से काटते हैं. किसी जानवर को कैसे मारे. यह एक और मुद्दा है. यदि आप ब्लॉटिंग करते हैं या किसी मशीन का उपयोग करते हैं या किसी अन्य विधि का उपयोग करते हैं तो हलाल में कुछ गड़बड़ है. यह मांस किसी भी अन्य मांस की तरह ही है.

उठ रहे सवाल

प्रोफेसर ने कहा कि आप मांस के लिए भी जानवरों को मारते हैं. इसलिए मैं समझ नहीं पाया कि हलाल में क्या खराबी है. क्या आपने डॉक्टरी राय ली है कि हलाल उत्पाद में कोई खराबी है? मेरी राय में, यह किसी भी अन्य मांस के समान ही है. हलाल का महत्व सिर्फ इस्लाम में ही नहीं बल्कि यहूदी धर्म में भी है. यहूदी धर्म और इस्लाम धर्म में भी जानवरों को इसी तरह हलाल किया जाता है।

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