नई दिल्ली : हर वर्ष 5 जून को पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है साथ ही साथ अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. 1972 में आज ही के दिन यानी 5 जून को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी. […]
नई दिल्ली : हर वर्ष 5 जून को पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है साथ ही साथ अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.
1972 में आज ही के दिन यानी 5 जून को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी. शुरूआती दौर में 5 जून को मानव पर्यावरण पर स्टॉकहोम सम्मेलन में चर्चा में हुई थी. यहीं से पर्यावरण का मुद्दा उठना शुरू हुआ और पूरे विश्व में इसकी चर्चा होनी शुरू हुई. इसी के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ ने पहली बार विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 1974 को मनाया गया.
अंधाधुध विकास के चलते लगातार पेड़ों की कटाई हो रही है जिसके चलते लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है. प्रदूषण बढ़ने से लोगों में बीमारियां का भी खतरा बढ़ रहा है. प्रदूषण बढ़ने से निमोनिया, स्ट्रोक, फेफड़ों में कैंसर, ह्रदय रोग आदि बीमारियों होने का खतरा रहता है.
हर साल इस दिन को मनाने के लिए एक खास थीम होती है. साल 2023 की थीम Beat Plastic Pollution है. इस थीम का आशाय है प्लास्टिक का लोग कम उपयोग करे और इसकी वैकल्पिक व्यवस्था करे. सरकार भी लगातार प्लास्टिक कम उपयोग करने की सलाह देती है और कई राज्यों में बैन भी है. इसी के साथ स्कूलों में बच्चों को भी प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे में बताए.
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