Advertisement
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • इंदिरा गाँधी की समाधि स्थल पर क्यों रखा रहता है ये विशाल पत्थर ? जानें वजह

इंदिरा गाँधी की समाधि स्थल पर क्यों रखा रहता है ये विशाल पत्थर ? जानें वजह

नई दिल्ली. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की आज 105वीं जयंती है, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत पार्टी के कई वरिष्‍ठ नेताओं ने उनके समाधि स्थल पर श्रद्धासुमन अर्पित किए, राजधानी दिल्ली में इंदिरा गाँधी का समाधि स्थल है, जिसे ‘शक्ति स्‍थल’ के नाम से भी जाना जाता है. बता दें […]

Advertisement
  • November 19, 2022 7:03 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की आज 105वीं जयंती है, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत पार्टी के कई वरिष्‍ठ नेताओं ने उनके समाधि स्थल पर श्रद्धासुमन अर्पित किए, राजधानी दिल्ली में इंदिरा गाँधी का समाधि स्थल है, जिसे ‘शक्ति स्‍थल’ के नाम से भी जाना जाता है. बता दें पूर्व पीएम इंदिरा गाँधी की समाधि स्थल पर एक विशाल पत्थर भी है, जिसका वजन तकरीबन 25 टन से ज्‍यादा है. इस पत्थर को ओडिशा की सुदंरगढ़ खदानों से यहां लाया गया था, इसका इतिहास बहुत ही दिलचस्प है.

इंदिरा गांधी की याद में जब तत्‍कालीन केंद्र सरकार ने उनका स्मारक बनाने का फैसला लिया तो उसके मन में बस एक ही चाहत थी और वह चाहती थी कि इंदिरा गांधी को वैसा ही पेश किया जाए जैसा वो असल जीवन में थे, चट्टान जैसी इच्‍छा शक्ति रखने वाली महिला. लिहाजा, समाधि स्‍थल पर एक आयरन ओर रॉक (लौह अयस्‍क चट्टान) को लाने का फैसला लिया गया और इसे शांति स्थल का नाम दिया गया, इस शांति स्थल का मतलब है शक्ति का स्थान. ये शांति स्थल यमुना नदी और महात्‍मा गांधी मार्ग के बीच लाल किले के दक्षिण पूर्व में स्थित है.

कहाँ से आई ये चट्टान

शांति स्थल पर मौजूद ये चट्टान राउरकेला से लगभग 100 किमी दूर स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) की संचालित खानों में से एक बरसुआन में स्थित थी, जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के तत्कालीन महानिदेशक सैलेन मुखर्जी ने चट्टान के लिए सर्च ऑपरेशन की अगुवाई की थी और बाद में इंदिरा गांधी के करीबी पुपुल जयकर की सहमति लेकर इसे शक्ति स्थल पर रखा गया था, मुखर्जी और राउरकेला स्टील प्लांट के रिटायर्ड महाप्रबंधक (कच्चा माल विभाग) रमेश चंद्र मोहंती ने राउरकेला के आसपास के क्षेत्र में इस पत्थर की खोज की थी जिसके बाद से ये पत्थर इंदिरा गाँधी की समाधि स्थल पर मौजूद है.

 

तिहाड़ जेल में सत्येंद्र जैन को VVIP ट्रीटमेंट! वायरल वीडियो में मसाज करवाते दिखे AAP नेता

Elon Musk: Twitter पर बैन अकाउंट की होने लगी वापसी, क्या Kangana Ranaut के अकाउंट से हटेगा बैन!

Advertisement