नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम और YSR कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी ने बुधवार-24 जुलाई को राजधानी दिल्ली में धरना दिया. उन्होंने यह धरना आंध्र प्रदेश की चंद्रबाबू नायडू सरकार के खिलाफ दिया. इस बीच यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भी रेड्डी के प्रदर्शन में […]
नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम और YSR कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी ने बुधवार-24 जुलाई को राजधानी दिल्ली में धरना दिया. उन्होंने यह धरना आंध्र प्रदेश की चंद्रबाबू नायडू सरकार के खिलाफ दिया. इस बीच यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भी रेड्डी के प्रदर्शन में शामिल हुए.
दोनों नेताओं की इस मुलाकात ने सियासी गलियारों में नई चर्चा छेड़ दी है. बताया जा रहा है कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री के खास रहे जगन रेड्डी अब पाला बदलकर विपक्षी खेमे I.N.D.I.A में जा सकते हैं.
आंध्र प्रदेश सरकार के खिलाफ जगन मोहन रेड्डी के धरने में पहुंचे अखिलेश यादव की काफी देर तक वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख से बातचीत हुई. जगन से अखिलेश की इस मुलाकात के बाद अब सियासी गलियारों में चर्चा होने लगी है कि कहीं वाईएसआर कांग्रेस इंडिया ब्लॉक में तो नहीं शामिल होगी.
बता दें कि जगन की पार्टी वाईएसआरसीपी पहले कई मुद्दों पर सदन में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को समर्थन देती थी. हालांकि वह कभी आधिकारिक तौर पर एनडीए में नहीं रही, लेकिन उसका सपोर्ट सरकार को मिलता रहा. अब आंध्र प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद वाईएसार कांग्रेस एनडीए से काफी खफा दिख रही है. ऐसे में इंडिया गठबंधन के पास उसे अपने पाले में लाने का यह अच्छा मौका है.
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