देश-प्रदेश

क्यों नीले रंग से जोड़े जाते हैं बाबा साहेब अंबेडकर?

नई दिल्ली. भारत के संविधान के ड्राफ्टिंग कमेटी के चेयरमैन और देश के पहले कानून मंत्री भीम राव आंबेडकर की आज 127वीं जयंती है. प्रमुख रुप से इन्हें दलितों के खिलाफ सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया। श्रमिकों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया. आज भी इन्हें राष्ट्रीय स्तर पर दलितों के आजतक के सबसे बड़े नेता के रुप में माना जाता है और दलित संगठन और पार्टियां भी इनपर अपना हक जमाती है, और अगर कोई दूसरी पार्टी इनके नाम का इस्तेमाल करे तो उसे दिखावापन कहती है और वोट बैंक की राजनीती का इल्जाम लगा देती है. पर सबसे बड़ी बात है इनका आज भी प्रासंगिक होना, भारत के आजादी के वक्त कई बड़े नेता थे और उन्होने देश के लिए बहुत कुछ किया पर आंबेडकर के नाम जैसा वर्तमान राजनीति में प्रभाव किसी का नहीं है, इनके नाम पर कई राजनीतिक पार्टियां सीधे बड़े वोट बैंक को साधने की कोशिश में लगी रहती हैं .

हाल की मूर्ति टूटने की घटनाएं
त्रिपुरा में 25 सालों की लेफ्ट के सरकार जानें के बाद पूरे देश में मूर्तियां टूटने का एक सिलसिला शुरु हो गया, पर बड़ी बात ये रही सरकार को जितना और बड़े नेताओं का मूर्तियां टूटने पर नहीं घेरा गया उससे कई गुणा ज्यादा वो आंबेडकर की मूर्तियों से छेड़छाड़ और टूटने पर सरकार की किरकिरी हुई. सरकार ने भी बड़ी फुर्ती से इनके मूर्तियों का मरम्मत कराया और कई जगह नई मूर्तियों लगाई.

आंबेडकर की मूर्तियों का रंग
अभी हाल में उत्तर प्रदेश के शहर उन्नाव में आंबेडकर की टूटी मूर्ति के जगह नई मूर्ति लगाई गई जो भगवा रंग से पुता हुआ था और इसके बाद विवाद उत्पन्न हो गया , मामले को बढ़ता देख प्रशासन ने आनन फानन में इसे नीला रंगवा दिया हालांकि तबतक ये राष्ट्रीय मीडिया में ये खबर बन चुका था . पर बड़ा सवाल ये है आंबेडकर की मूर्ती भगवा रंग देने से विवाद कैसा ? और दोबारा रंग हुआ तो नीला ही क्यों ? मूर्ति को भगवा रंग देने को विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी पर रंग की राजनीति करने का इल्जाम लगाया . 

नीले रंग से आंबेडकर का संबंघ
हालांकि कोई ऐसा ठोस संबंध ढूंढने पर नहीं मिला पर ये सबसे मजबूत कयास यही मिला की जब आंबेडकर ने अपनी पॅालिटिकल पार्टी ‘रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया’ का जब गठन किया तो उसके झंडे का रंग भी नीला रखा था पर कुछ लोग उनके नीले कोट को भी बड़ा कारण मानते है .

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Aanchal Pandey

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