लखनऊ: प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में डिजिटल अटेंडेंस को लेकर शनिवार को भी शिक्षकों का विरोध जारी रहा, वहीं डिजिटल अटेंडेंस पर सख्ती किए जाने और शिक्षकों से इसे लगवाने के विभागीय दबाव के बाद कई जिलों में शिक्षक संकुल ने इस काम से सामूहिक त्यागपत्र दे दिया
लखनऊ: प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में डिजिटल अटेंडेंस को लेकर शनिवार को भी शिक्षकों का विरोध जारी रहा, वहीं डिजिटल अटेंडेंस पर सख्ती किए जाने और शिक्षकों से इसे लगवाने के विभागीय दबाव के बाद कई जिलों में शिक्षक संकुल ने इस काम से सामूहिक त्यागपत्र दे दिया, साथ ही शिक्षकों ने अपने व्यक्तिगत मोबाइल नंबर का सरकारी काम में प्रयोग न करने की भी बात कही है. कई जिलों में विद्यालय जा रहे शिक्षा अधिकारी शिक्षक संकुलों पर भी इस बात का दबाव बना रहे हैं कि वह शिक्षकों की डिजिटल अटेंडेंस लगवाएं, इसके विरोध में अमेठी, बरेली, आगरा, अलीगढ़, मैनपुरी आदि जिलों के शिक्षक संकुल ने त्यागपत्र दे दिया, उन्होंने संकुल कार्य में रुचि न होने को इसका कारण बताया है. वहीं इन सबके बीच ITV ने एक सर्वे किया है, जिसमें चार सवाल पूछे गए है, जिनका परिणाम चौंकाने वाला आया है.
Q. यूपी के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को डिजिटल अटेंडेंस से परेशानी क्यों है?
लेट से स्कूल जाने की आदत- 63.00%
बाढ़-बारिश से पहुंचने में देरी- 16.00%
तकनीकी दिक्कत- 19.00%
कह नहीं सकते- 2.00%
Q. यूपी सरकार ने सरकारी स्कूलों में शिक्षकों को डिजिटल अटेंडेंस में फिलहाल छूट दी है. आप क्या मानते हैं?
सही- 53.00%
गलत- 46.00%
कह नहीं सकते- 1.00%
Q. शिक्षकों को ग्रेस पीरियड सिर्फ आधे घंटे का मिला है, इससे अधिक देरी से डिजिटल हाजिरी लगाने पर क्या होना चाहिए?
शिक्षकों पर कार्रवाई- 32.00%
वेतन में कटौती- 59.00
कह नहीं सकते- 9.00%
Q. प्रेरणा ऐप में तकनीकी दिक्कत दूर होते ही ग्रेस पीरियड नहीं मिलेगा. क्या योगी सरकार का ये फैसला सही है?
हां- 87.00%
नहीं- 7.00%
कह नहीं सकते- 6.00%