नई दिल्ली: भारत में हिंदू देवी-देवताओं के ज्यादातर मंदिर पहाड़ों पर बने हैं. अगर आपने ध्यान दिया हो तो भारत में सभी प्रमुख देवी-देवताओं के स्थान पहाड़ों पर हैं. चाहे वह जम्मू में माता वैष्णो देवी का मंदिर हो, या गुवाहाटी में माँ कामाख्या का मंदिर हो, या हरिद्वार में मनसा माता का मंदिर हो […]
नई दिल्ली: भारत में हिंदू देवी-देवताओं के ज्यादातर मंदिर पहाड़ों पर बने हैं. अगर आपने ध्यान दिया हो तो भारत में सभी प्रमुख देवी-देवताओं के स्थान पहाड़ों पर हैं. चाहे वह जम्मू में माता वैष्णो देवी का मंदिर हो, या गुवाहाटी में माँ कामाख्या का मंदिर हो, या हरिद्वार में मनसा माता का मंदिर हो या बनासकांठा में कालिका माता का मंदिर हो. इन सभी मंदिरों में देवी मां ऊंचे पहाड़ों पर विराजमान हैं. आखिर क्या कारण है कि सभी देवी-देवताओं के मंदिर पहाड़ों पर हैं? आइये जानते हैं इसके पीछे का कारण.
वेदों और पुराणों में सृष्टि की मूल रचनाओं का वर्णन किया गया है. यह पृथ्वी पांच तत्वों से बनी है और पांच तत्वों में ही विलीन हो जाएगी. ये पांच तत्व हैं जल, वायु, अग्नि, भूमि और आकाश. वेदों और पुराणों के अनुसार इन पांच तत्वों के पांच देवता हैं. भूमि के देवता शिव हैं, वायु के देवता विष्णु हैं, जल के देवता गणेश हैं, अग्नि के देवता अग्नि देव हैं और आकाश के देवता सूर्य हैं. माँ दुर्गा जिन्हें शक्ति का रूप भी कहा जाता है. इन सभी में उन्हें सर्वोच्च माना जाता है. पर्वतों को धरती का मुकुट और सिंहासन भी कहा जाता है. इसीलिए अधिकतर देवी-देवताओं के स्थान पहाड़ों पर हैं।
यह भी माना जाता है कि प्राचीन काल में ऋषि-मुनियों को ऊंचे पहाड़ों पर देवी-देवताओं के मंदिर होने की आशंका रहती थी. मनुष्य के पास जो भी समतल भूमि होगी उसका उपयोग करेंगे, और कहीं भी एकांत नहीं बचेगा. क्योंकि जप, ध्यान और साधना के लिए एकांत बहुत जरूरी है. ऐसे में पहाड़ों को ही देवी-देवताओं का स्थान बनाना उचित समझा गया, और ऊंचे पहाड़ों पर वातावरण भी शुद्ध होता है. तो वहीं वहां जाने से सकारात्मकता का अनुभव भी होता है. इसीलिए देवी-देवताओं के स्थान पहाड़ों पर हैं।
1. माता वैष्णो देवी का जो जम्मू में है
2. कामाख्या देवी का मंदिर जो गुवाहटी में है
3. हरिद्वार में माता मनसा का मंदिर
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