नई दिल्ली। गुजरात चुनाव के साथ-साथ हिमाचल का चुनाव भी कांग्रेस के सामने बड़ी चनौती थी। जहाँ एक ओर गुजरात में भाजपा की प्रचंड जीत हुई, वहीं हिमाचल में जीत हासिल कर कांग्रेस ने हिमाचल का रिवाज कायम रखा है। हिमाचल की इस जीत में कांग्रेस नेता छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल समेत प्रियंका गांधी […]
नई दिल्ली। गुजरात चुनाव के साथ-साथ हिमाचल का चुनाव भी कांग्रेस के सामने बड़ी चनौती थी। जहाँ एक ओर गुजरात में भाजपा की प्रचंड जीत हुई, वहीं हिमाचल में जीत हासिल कर कांग्रेस ने हिमाचल का रिवाज कायम रखा है।
हिमाचल की इस जीत में कांग्रेस नेता छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल समेत प्रियंका गांधी और राज्य के प्रभारी राजीव शुक्ला की ज़ोरदार तारीफ कर रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश की जीत के बाद कंग्रेस ने हिमाचल को लोगों को धन्यवाद दिया वहीं महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को उनकी कड़ी मेहनत को लेकर जीत का श्रेय दिया है। साथ ही कांग्रेस की ओर से पुरानी पेशन योजना की बहाली का वादा और सत्ता विरोधी माहौल उसकी वापसी का कारण बना। प्रियंका गांधी ने हिमाचल में प्रचार एवं प्रसार ओपीएस के आधार पर ही किया। जिसका फायदा उन्हे जीत के रूप में मिला।
हिमाचल प्रदेश की चुनावी कमान जहाँ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अगुवाई में लड़ा गया, वहीं राज्य के प्रभारी राजीव शुक्ला ने भी कड़ी मेहनत के जरिए इस जीत में भूमिका अदा की, राजीव शुक्ला, प्रियंका गांधी और भूपेश बघेल ने इस चुनाव में कड़ी मेहनत की है, इस जीत में भूपेश और राजीव की वाहवाही इसलिए हो रही है क्योंकि उनके सामने भाजपा के राष्ट्र्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अनुराग ठाकुर थे।
प्रियंका के नेतृत्व में यूपी में हार के बाद उन्होने हिमाचल प्रदेश की कमान संभाली थी। वहीं कांग्रेस महासचिव ने राजीव शुक्ला के सहयोग के लिए राष्ट्रीय सचिवों को हिमाचल भेजा था। हिमाचल चुनाव के दौरान हर प्रकार के अपडेट प्राप्त किए, भारत जोड़ो यात्रा के साथ-साथ प्रियंका गांधी का फोकस पूरी तरह से हिमाचल चुनाव पर रहा, कांग्रेस महासचिव की इस सफलता के बाद कहा जा रहा है कि, उनकी छवि पहले से अधिक मज़बूत हो जाएगी।