नई दिल्ली : महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था. इसलिए हर साल 2 अक्टूबर को महात्मा गाधी की जयंती के रूप में मनाया जाता है. देश को आजादी दिलाने में महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. बता दें बापू सभी धर्मों का सम्मान करते थे. क्योंकि […]
नई दिल्ली : महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था. इसलिए हर साल 2 अक्टूबर को महात्मा गाधी की जयंती के रूप में मनाया जाता है. देश को आजादी दिलाने में महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. बता दें बापू सभी धर्मों का सम्मान करते थे. क्योंकि वह भारत की धर्मों में एकता देखते थे. आज भी लोग बहुत से लोग महात्मा गांधी के विचार, मंत्र, शिक्षा आदि से प्रभावित होते हैं.
महात्मा गांधी के जीवन पर पैगंबर हजरत मुहम्मद का गहरा प्रभाव था. गांधी पैगंबर की सादगी, ईमानदारी, मित्रों और अनुयायियों के प्रति गहरी भक्ति,आत्म-विस्मृति, निडरता, निस्वार्थता से काफी प्रभावित थे. इसीलिए वह मुहम्मद को एक महान पैगंबर मानते थे. पैगंबर मुहम्मद से प्रभावित होने के वजह से गांधी जी नियमित रूप से कुरान का अध्ययन किया करते थे. बापू को सूरा-ए-फातिहा जुबानी याद थी. मौलाना अब्दुल कलाम ने महात्मा गांधी को सुबह-सवेरे कुरान पढ़ते हुए कई बार देखा था.
मौलाना आजाद के प्रकाशित एक दैनिक लेख के मुताबिक आजादी मिलने के कुछ समय से बंगाल में हिंदू-मुसलमान दंगे शुरू हो गए थे. गांधीजी नोआखाली में ही दंगे पर उतरे मुसलमानों के एक गुट से कह रहे थे. तुम कैसे मुसलमान हो? आज अगर हजरत मोहम्मद यहां पर आएं तो तुममें से कई मुसलमानों को अपनाने से भी मना देंगे. तुम लोगों से तो अच्छा मुसलमान मैं हूं. वह मुझे जरूर अपनाएंगे.
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