September 19, 2024
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मुसलमानों के पूर्वज कौन थे और भारत में कैसे फैला इस्लाम धर्म

  • WRITTEN BY: Anjali Singh
  • LAST UPDATED : September 2, 2024, 7:25 pm IST

नई दिल्ली: मुसलमान एक ईश्वर पर विश्वास करते हैं, जिसे वे अल्लाह के नाम से पुकारते हैं। इस्लाम धर्म दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है, जिसकी शुरुआत पैगंबर मुहम्मद ने की थी। मुहम्मद साहब एक व्यापारी थे और 40 साल की उम्र में उन्हें अल्लाह से कुरान का ज्ञान प्राप्त हुआ, जिससे इस्लाम धर्म की नींव पड़ी। कहा जाता है कि मुसलमान पैगंबर मुहम्मद के वंशज हैं, जो आज पूरी दुनिया में फैले हुए हैं।

भारत में इस्लाम धर्म का आगमन

इस्लाम धर्म की शुरुआत अरब में हुई थी और कुछ ही समय बाद, यह गुजरात के तटीय क्षेत्रों के रास्ते भारत में भी पहुंच गया। 7वीं शताब्दी तक इस्लाम धर्म भारतीय उपमहाद्वीप के अंदरूनी इलाकों में फैलने लगा था। अरबों ने सिंध पर विजय प्राप्त की और 12वीं शताब्दी में महमूद ग़ज़नवी पंजाब के रास्ते उत्तर भारत आया, जिसके बाद इस्लाम धर्म यहां और भी तेजी से फैलने लगा।

इस्लाम की संस्कृति और प्रभाव

भारत में इस्लाम धर्म का प्रसार मुख्य रूप से व्यापारियों और मुस्लिम शासकों के आगमन से हुआ। भारत में मुस्लिम साम्राज्य की नींव कुतुबुद्दीन ऐबक ने रखी थी। भारत के मुसलमान ज्यादातर दक्षिण एशियाई जातीय समूहों से ताल्लुक रखते हैं, जो मध्य पूर्व और मध्य एशिया से यहां आए थे। कहा जाता है कि भारत की पहली मस्जिद, चेरामन जुमा मस्जिद, 629 ईस्वी में बनवाई गई थी।

मुसलमानों की जातीय संरचना

भारत में मुसलमानों के बीच जाति प्रथा भी पाई जाती है। इनमें सबसे उच्च जाति अशरफ की मानी जाती है, जबकि निम्न जाति को अजलाफ कहा जाता है। मुसलमानों की यह जातीय संरचना भी उनके पूर्वजों और यहां आने के तरीकों से जुड़ी हुई है।

 

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