महाराष्ट्र हिंसा से पूरा राज्य जूझ रहा है. भीमा कोरेगांव हिंसा की वजह से आज पूरा महाराष्ट्र बंद है. लेकिन इस मामले में नया मोड़ आ गया है. भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में 85 साल के संभाजी भिड़े गुरुजी ही और हिंदू एकता आघाड़ी के मिलिंद एकबोटे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. भीमराव अंबेडकर के पौत्र ने आरोप लगाया कि संभाजी भिड़े ने ही इस साजिश को अंजाम दिया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.
ठाणे. महाराष्ट्र में हो रहे दंगों की वजह से पूरा महाराष्ट्र आज बंद है सभी सेवाएं रद्द कर दी गयी हैं. भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में 85 साल के संभाजी भिड़े गुरुजी ही और हिंदू एकता आघाड़ी के मिलिंद एकबोटे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. भीमराव अंबेडकर के पौत्र और भारिप बहुजन महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने आरोप लगाया कि संभाजी भिड़े ने ही इस साजिश को अंजाम दिया है. पुलिस ने अनिता सावले की कंप्लेंट पर दोनों शख्स पर एट्रोसिटी एक्ट, जानलेवा हमला करने, और दंगा फैलाने, दारा 144 उल्लंघन करने के आरोपों में मामला दर्ज कर लिया है.
संभाजी भिड़े गुरुजी और मिलिंद एकबोटे हिंदूवादी संगठन से जुड़े हैं. जबकि संभाजी ने कहा कि वो इस घटना की निंदा करते हैं और उन्होंने पुलिस से आग्रह किया कि वो जल्द आरोपियों को पकड़े और कार्यवाई करें. बता दें इससे पहले भी संभाजी भिड़े कई बड़े विवादों का हिस्सा रह चुके हैं. पहली बार वो फिल्म जोधा अकबर के प्रोटस्टट के लिये उतरे थे और कई सिनेमाघरों के बाहर विराध प्रर्दशन किये थे.
दुबले पतले से दिखने वाले 85 साल के संभाजी की चर्चा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और नरेंद्र मोदी तक कर चुके हैं. इंटरनेट पर संभाजी और नरेंद्र मोदी के साथ कई फोटो हैं. संभाजी शिवाजी महाराज को अपना आइडल मानते हैं. संभाजी की ताकत का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि इनके पास मराठों का जरदस्त समर्थन हैं. बताया जाता है कि जब पीएम मोदी लोकसभा चुनाव के दौरान सांगली आए थे उस समय संबाजी भिड़े ने सुरक्षाकर्मियों को धकलते हुए मोदी से मिलने पहुंचे थे.
संभाजी भिड़े उम्र– 85 वर्षीय संभाजी भिड़े आज भी ऊर्जा से भरपूर युवा की तरह हैं. यह बिना थके काम कर सकते है.
संभाजी भिड़े गुरुजी शिक्षा– संभाजी भिड़े गुरुजी ने ऑटोमेटिक साइंस के छात्र रहे हैं, जिन्होंने पुणे युनिवर्सिटी से एमएससी डिग्री हासिल की हुई है. भिड़े गुरुजी फगैसन युनिवर्सिटी में फिजिक्स के प्रोफेसर रह चुके हैं. इतना ही नहीं भिड़े गुरु अपने कॉलेज में गोल्ड मेडलिस्ट रह चुके हैं. हालांकि उन्होंने अपनी लक्जरी जिंदगी सामाजिक कार्यों के लिये त्याग दी. यहां तक की उनके पास खुद का कोई घर आदि नहीं है. गुरुजी ने कई बड़ी राजनीतिक पार्टियों के राजनीति में आने के ऑफर को ठुकरा चुके हैं.
संभाजी भिड़े गुरुजी की जीवनी- संभाजी गुरुजी का एक लक्ष्य ही लक्ष्य है कि वो