प्रदीप मिश्रा जून 2024 में उस समय चर्चा के केंद्र में आए थे, जब उन्होंने राधारानी पर टिप्पणी की थी। इस मामले ने खूब तूल पकड़ा था। प्रदीप मिश्रा ने कहा था कि 'राधा रानी भगवान कृष्ण की पत्नी नहीं थीं।
लखनऊ: मेरठ में शुक्रवार को कथावाचक प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान भगदड़ मच गई। इस हादसे में महिलाओं समेत कई श्रद्धालु गिरकर घायल हो गए। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। भगदड़ का मुख्य कारण कथा पंडाल के प्रवेश द्वार पर भारी भीड़ बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि कथा सुनने के लिए करीब एक लाख श्रद्धालु मौके पर पहुंचे थे। आइए आपको बताते हैं कौन हैं पंडित प्रदीप मिश्रा।
27 सितंबर 1980 को जन्मे प्रदीप मिश्रा मूल रूप से मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के रहने वाले हैं। बचपन में उनका नाम रघु था। प्रदीप मिश्रा ने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की है। उनकी मां का नाम सीता देवी है जबकि पिता का नाम रामेश्वर मिश्रा है। प्रदीप मिश्रा के दो भाई भी हैं जिनका नाम दीपक और विनय है। प्रदीप मिश्रा के पिता चाय की दुकान चलाते थे। प्रदीप मिश्रा यहां अपने पिता की मदद करते थे।
प्रदीप मिश्रा जून 2024 में उस समय चर्चा के केंद्र में आए थे, जब उन्होंने राधारानी पर टिप्पणी की थी। इस मामले ने खूब तूल पकड़ा था। प्रदीप मिश्रा ने कहा था कि ‘राधा रानी भगवान कृष्ण की पत्नी नहीं थीं। उनका विवाह किसी और से हुआ था। बरसाना राधारानी का गांव नहीं है। उनके पिता बृषभानु साल में एक बार दरबार लगाने बरसाना आते थे, इसलिए इसका नाम बरसाना पड़ा।’
इस टिप्पणी के कारण ब्रज के लोगों में प्रदीप मिश्रा के खिलाफ गुस्सा देखने को मिला। प्रेमानंद महाराज ने इस टिप्पणी को लेकर उन्हें खूब सुनाया था।
बता दें कि पंडित प्रदीप मिश्रा ने शिव मंदिर से कथा वाचन और भजन की शुरुआत की थी। पहली बार उन्होंने मध्य प्रदेश के सीहोर में कथा वाचन और भजन किया था। अपनी कथा वाचन में ‘एक लोटा जल, हर समस्या का हल’ कहकर वे भक्तों के बीच मशहूर हो गए थे।
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