नई दिल्ली: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के अध्यक्ष डॉ. मनोज सोनी ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए 2029 में समाप्त होने वाले अपने कार्यकाल से पांच साल पहले शीर्ष पद से इस्तीफा दे दिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले सोनी ने 28 जून, 2017 को आयोग के सदस्य के रूप में पदभार संभाला और 16 मई, 2023 को अध्यक्ष के रूप में शपथ ली. वहीं यूपीएससी चेयरमैन मनोज सोनी का इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब आयोग ने परिवीक्षाधीन आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के खिलाफ सिविल सेवा परीक्षा में धोखाधड़ी से लाभ उठाने के लिए अपनी पहचान फर्जी बनाने के लिए एक आपराधिक मामला दर्ज किया है. सूत्रों के मुताबिक सोनी का इस्तीफा किसी भी तरह से परिवीक्षाधीन आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर का मामला सामने आने के बाद संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) से जुड़े विवादों और आरोपों से जुड़ा नहीं है.
आपको बता दें कि मनोज सोनी ने 1 अगस्त, 2009 से 31 जुलाई, 2015 तक दो कार्यकालों के लिए डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर मुक्त विश्वविद्यालय, गुजरात के कुलपति के रूप में कार्य किया है और अप्रैल से अपने अल्मा मेटर द महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय (MSU) ऑफ बड़ौदा के वीसी के रूप में एक कार्यकाल के लिए कार्य किया है. एमएसयू में शामिल होने के समय सोनी 40 वर्ष की आयु में भारत के सबसे कम उम्र के कुलपति थे.
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