नई दिल्ली: देश में कई आलीशान होटल हैं, लेकिन शहर में रुकने की बात होती है तो हर किसी की पहली पसंद फाइव स्टार होटल होता हैं. लेकिन क्या आप इसके बारे में जानते हैं कि देश का पहला फाइव स्टार होटल कौन सा है और कहां स्थित है। आपको बता दें कि भारत देश […]
नई दिल्ली: देश में कई आलीशान होटल हैं, लेकिन शहर में रुकने की बात होती है तो हर किसी की पहली पसंद फाइव स्टार होटल होता हैं. लेकिन क्या आप इसके बारे में जानते हैं कि देश का पहला फाइव स्टार होटल कौन सा है और कहां स्थित है।
आपको बता दें कि भारत देश का पहला फाइव स्टार होटल मुंबई में स्थित है जो कि ताज होटल है. इस होटल के निर्माण में पूरे 14 साल लगे और इसे लोगों के लिए 1903 में खोला गया था. मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया के सामने स्थित यह होटल एक टूरिस्ट स्पॉट के रूप में जाना जाता है. मुंबई ट्रिप आए लोगों की सफर तब तक पूरा नही होती है जब तक इस होटल को पूरी तरह से देख न लें।
आपको बता दें कि जमशेदजी टाटा ने खुद को परिवर्तन करने के लिए होटल खोलने का निर्णय लिया था. उस समय मुंबई में वाटसंस होटल नाम का मशहूर था. अंग्रेजों ने उस समय देश में रंगभेद को बढ़ावा दिया हुआ था और इसी वजह से इस होटल में भारतीयों को अंदर नहीं जाने देता था. इस होटल में एक बार जमशेदजी गए तो उन्हें भी जाने से मना कर दिया. यहां तर्क दिया गया था कि वो यूरोपीय नहीं हैं और यही बात उनको चुभ गई।
राजधनी मुंबई में उस समय ऐसा कोई होटल नहीं था जो यूरोप-पश्चिमी देशों के होटल के सामने ठहर पाए. इसी बात को लेकर जमशेदजी टाटा ने निर्णय लिया था कि भारत में भी ऐसा होटल तैयार होगा जो विदेशी होटलों को टक्कर दे सके. जमशेदजी ने ठान लिया कि भारत में भी एक ऐसा होटल बनाएंगे जो सबके लिए खुला रहेगा. इस होटल सिर्फ भारतीय ही नहीं, बल्कि विदेशी भी आराम से लाभ उठा पाएंगे. इसके बाद जमशेदजी टाटा ने अपने अपमान का बदला लेने के लिए ताजमहल होटल का निर्माण किया।
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