नई दिल्ली: मॉडर्न रिश्तों में नए ट्रेंड और कॉन्सेप्ट देखने को मिल रहे हैं, ऐसा ही एक शब्द है ‘शुगर डैडी’ और ‘शुगर बेबी’. यह रिश्ता अक्सर समझौते पर आधारित होता है. यह रिश्ता सामान्य रोमांटिक रिश्ते से अलग है क्योंकि इसमें पैसे और भावनात्मक संबंध के बीच स्पष्ट संतुलन होता है. शुगर डैडी किसे […]
नई दिल्ली: मॉडर्न रिश्तों में नए ट्रेंड और कॉन्सेप्ट देखने को मिल रहे हैं, ऐसा ही एक शब्द है ‘शुगर डैडी’ और ‘शुगर बेबी’. यह रिश्ता अक्सर समझौते पर आधारित होता है. यह रिश्ता सामान्य रोमांटिक रिश्ते से अलग है क्योंकि इसमें पैसे और भावनात्मक संबंध के बीच स्पष्ट संतुलन होता है.
इस शब्द का प्रयोग उस पुरुष के लिए किया जाता है जो किसी युवा लड़की के साथ रोमांटिक रिश्ते में है और उसे वित्तीय मदद भी प्रदान करता है। यह रिश्ता अक्सर समझौते पर आधारित होता है. जिसमें ‘शुगर डैडी’ आर्थिक रूप से मजबूत होता है और बदले में उसे अपने युवा साथी से कंपनी, दोस्ती या कभी-कभी भावनात्मक या फिजिकल सैटिस्फेक्शन मिलती है. खासकर पश्चिमी देशों में यह काफी लोकप्रिय हो चुका है और अब भारत जैसे देशों में भी इसका चलन बढ़ रहा है.
“शुगर बेबी” का अर्थ है वह व्यक्ति जो फाइनेंशियल सहायता या गिफ्ट्स के लिए किसी अमीर व्यक्ति से जुड़ता है. यह रिश्ता अक्सर नेचर में रोमांटिक या सेक्सुअल होता है, लेकिन इसमें दोनों पक्षों का मन होता है. शुगर बेबी अक्सर अपने शुगर डैडी या शुगर Mommy से फाइनेंशियल या फिजिकल लाभ प्राप्त करते हैं, जबकि दूसरी ओर, शुगर डैडी या Mommy को emotional support प्राप्त होता है. शुगर बेबी इस रिश्ते में भावनात्मक और शारीरिक संबंध प्रदान करती है.
1. फाइनेंशियल फ्रीडम की चाहत
2. सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स
3. फ्लेक्सिबिलिटी
4. लाइफस्टाइल का अट्रेक्शन
इस प्रथा से जुड़े नैतिक और सांस्कृतिक मुद्दे भारतीय समाज में चिंता का विषय बन गए हैं. भारत ट्रेडिशनल फॉर्म से रिश्तों में दीर्घायु और पवित्रता पर जोर देता है, लेकिन शुगर डैडी-शुगर बेबी का चलन इस मानसिकता के विपरीत है, क्योंकि यह वित्तीय लेनदेन पर आधारित अस्थायी रिश्तों को बढ़ावा देता है. इससे हमारे समाज पर बुरा असर पर रहा है खास करके आज की युवा पीढ़ी अपने जीवन में जल्द ही वित्तीय स्थिरता और स्वतंत्रता हासिल करना चाहती है. कई युवा आर्थिक रूप से तनाव महसूस करते हैं, खासकर महंगी शिक्षा, जीवनशैली और करियर की दौड़ के कारण. ऐसे में शुगर डैडी से रिश्ता उनकी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने का जरिया बन जाता है. सोशल मीडिया और खासकर डेटिंग ऐप्स ने इस चलन को और भी ज्यादा बढ़ावा दिया है। अब शुगर डैडी और शुगर बेबी (वह लड़की जो शुगर डैडी के साथ रिलेशनशिप में है) एक-दूसरे से आसानी से संपर्क कर सकते हैं।
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