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Bibhav Kumar: कौन हैं विभव कुमार जिन्होंने सीएम आवास में मालीवाल से की बदसलूकी

नई दिल्ली. आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास पर हुई बदसलूकी मामले में सीएम के राइट हैंड विभव कुमार चर्चे में हैं. हालांकि इस पूरे प्रकरण में मंगलवार को आप ने चुप्पी तोड़ी, सांसद संजय सिंह ने कहा कि सीएम केजरीवाल ने मामले का संज्ञान लिया है और […]

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Bibhav Kumar with CM Arvind Kejriwal
  • May 14, 2024 9:02 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 months ago

नई दिल्ली. आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास पर हुई बदसलूकी मामले में सीएम के राइट हैंड विभव कुमार चर्चे में हैं. हालांकि इस पूरे प्रकरण में मंगलवार को आप ने चुप्पी तोड़ी, सांसद संजय सिंह ने कहा कि सीएम केजरीवाल ने मामले का संज्ञान लिया है और सख्त कार्रवाई होगी.

केजरीवाल के राइट हैंड विभव कुमारऐसे में सवाल उठता है कि आखिरकार विभव कुमार कौन हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नजदीकी स्वाति मालीवाल से बदसलूकी कर डाली. मामला थाने तक पहुंच गया लेकिन पार्टी के कुछ नेताओं ने बातचीत करके किसी तरह से मामले को संभाल लिया अन्यथा रिपोर्ट दर्ज होते ही नया बखेड़ा खड़ा हो जाता.

वीडियो जर्नलिस्ट रहे विभव कुमार

दरअसल विभव कुमार मूल रूप से वीडियो जर्नलिस्ट हैं जो इंडिया अगेंस्ट करप्शन से लंबे समय तक जुड़े रहे. यह संस्था एक मैगजीन निकालती थी और विभव उसमें काम करते थे. इसी संस्था के बैनर तले अरविंद केजरीवाल एंड टीम ने 2011 में यूपीए सरकार के खिलाफ आंदोलन किया था और उसी आंदोलन की कोख से आम आदमी पार्टी पैदा हुई.

केजरीवाल के राजदार विभव

इस दौरान विभव कुमार अरविंद केजरीवाल के काफी नजदीक आ गये थे लिहाजा जब पार्टी सत्ता में आई तो विभव कुमार के लिए जगह बनाई गई और वह केजरीवाल के पीएस बन गये. विभव कुमार को 2015 में अरविंद केजरीवाल का पर्सनल सेक्रेटरी नियुक्त किया गया था. 2020 में आम आदमी पार्टी की दोबारा सरकार बनने के बाद उन्हें फिर से पीएस बना दिया गया.

नियुक्ति रद्द हो गई थी

विभव कुमार अक्सर चर्चा में रहते हैं. पिछले महीने ही विजिलेंस डिपार्टमेंट ने उनकी नियुक्ति को रद्द कर दी थी.
नोएडा डेवलपमेंट अथॉरिटी में कार्यरत महेश पाल ने 2007 में विभव के खिलाफ गाली गलौज और धमकी देने का केस दर्ज कराया था. विजिलेंस डिपार्टमेंट ने कहा कि उनकी नियुक्ति के समय दर्ज आपराधिक मामले की जांच नहीं की गई थी, शराब घोटाले में भी ईडी ने उनसे पूछताछ की थी और बयान दर्ज किया था. टाइप-6 बंगला अलॉट कराने और उसके निरस्तीकरण को लेकर भी वह सुर्खियां बने थे.

कुल मिलाकर वह केजरीवाल के राजदार हैं और स्वभाव से बदमिजाज हैं. सीएम से नजदीकी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जेल जाने के बाद केजरीवाल ने मिलने के लिए जेल के अंदर से जिन छह लोगों का नाम दिया उसमें विभव कुमार भी शामिल थे.

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