Who is Abhijit Banerjee Economics Nobel Prize 2019: भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी को मिला अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार, जानें JNU से अमेरिका और नोबेल अवॉर्ड तक का सफर

Who is Abhijit Banerjee Economics Nobel Prize 2019: भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी को अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. बनर्जी के साथ ही एस्थर डुफलो और माइकल क्रेमर को भी अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. इकनॉमिक साइंसेज कैटगरी के तहत नोबेल पुरस्कार पाने वाले अभिजीत बनर्जी भारतीय मूल के पहले नागरिक हैं. फिलहाल अभिजीत बनर्जी मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में इकनॉमिक्स के प्रोफेसर हैं

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Who is Abhijit Banerjee Economics Nobel Prize 2019: भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी को मिला अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार, जानें JNU से अमेरिका और नोबेल अवॉर्ड तक का सफर

Aanchal Pandey

  • October 14, 2019 3:49 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 years ago

नई दिल्ली. Who is Abhijit Banerjee Economics Nobel Prize 2019: भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी को अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. बनर्जी के साथ ही एस्थर डुफलो और माइकल क्रेमर को भी अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. अभिजीत बनर्जी समेत इन तीनों अर्थशास्त्रियों को वैश्विक गरीबी खत्म करने के उनके शोध के लिए नोबेल पुरस्कार दिया है.

बता दें कि इकनॉमिक साइंसेज कैटगरी के तहत नोबेल पुरस्कार पाने वाले अभिजीत बनर्जी भारतीय मूल के पहले नागरिक हैं. फिलहाल अभिजीत बनर्जी मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में इकनॉमिक्स के प्रोफेसर हैं. इसके साथ ही अभिजीत बनर्जी अब्दुल लतीफ जमील पॉवर्टी ऐक्शन लैब के को फाउंडर हैं. अभिजीत बनर्जी के साथ ही उनकी पत्नी एस्थर डुफलो को भी इकनॉमिक कैटगरी में अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिला है. नोबेल कमेटी ने अपने बयान में कहा है कि उनके शोध से वैश्विक गरीबी से निपटने में अहम मदद मिली है. बीते दो दशकों में उनकी प्रयोग आधारित अप्रोच से डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स में बड़ा बदलाव आया है. इसमें शोध के क्षेत्र में नई गति आई है.

मूल रूप से कोलकाता के रहने वाले अभिजीत बनर्जी ने JNU और हावर्ड यूनिवर्सिटी से की है पढ़ाई

मूल रूप से कोलकाता के रहने वाले 55 वर्षीय अभिजीत ने शुरुआती पढ़ाई कोलकाता में की थी. उनकी माता कोलकाता स्थित सेंटर फॉर स्टडीज इन सोशल साइंसेज में प्रोफेसर थीं. उन्होंने कोलकाता के प्रेजिडेंसी कॉलेज से बीएससी की पढ़ाई की थी. इसके बाद अभिजीत बनर्जी ने दिल्ली स्थित जवाहर लाल यूनिवर्सिटी जेएनयू से अर्थशास्त्र में एमए किया था. इसके बाद उन्होंने साल 1988 में अमेरिका के हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से इकॉनोमिक्स में पीएचडी की.

दो विवाह कर चुके हैं अभिजीत बनर्जी

अर्थाशास्त्र में नोबेल पुरस्कार जीतने वाले अभिजीत बनर्जी ने एमआईटी की लेक्चरार डॉक्टर अरुणधति तुली बनर्जी से विवाह किया था, लेकिन बाद में उनका तलाक हो गया था. इसके बाद अभिजीत बनर्जी ने वर्ष 2015 में अर्थसास्त्री एस्थर डफलो के साथ विवाह किया है. मालूम हो कि एस्थर डफलो को भी संयुक्त रूप से अभिजीत बनर्जी के साथ अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.

कई अहम पदों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं अभिजीत बनर्जी

अभिजीत बनर्जी ब्यूरो फॉर द रिसर्च इन द इकनॉमिक एनालिसिस ऑफ डेवलपमेंट के पूर्व अध्यक्ष, अमेरिकी अकेडमी ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज और द इकनॉमेट्रिक सोसाइटी के रिसर्च एसोसिएट रह चुके हैं. इसके अलावा वह काइल इंस्टीट्यूट के इंटरनेशनल, गुगेनहियम और अल्फ्रेड पी स्लोन फेलो से भी सम्मानित हो चुके हैं.

कई किताबें लिखने के साथ डॉक्यूमेंट्री फिल्मों का निर्देशन भी कर चुके हैं अभिजीत बनर्जी

अभिजीत बनर्जी ढेर सारे लेख और पुअर इकनॉमिक्स समेत चार किताबों के लेखक भी हैं. उनकी किताब पुअर इकनॉमिक्स को गोल्डमैन सैश बिजनेस बुक ऑफ द ईयर जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. इसके अलावा अभिजीत बनर्जी तीन अन्य किताबों के भी संपादक रह चुके हैं. साथ ही उन्होंने दो डॉक्यूमेंट्री फिल्मों को निर्देशन भी किया है. इसके साथ ही बनर्जी संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 2015 के बाद के विकास एजेंडा के लिए बनाए गए अग्रणी लोगों केक हाई लेवल पैनल के सचिव भी रह चुके हैं.

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