नई दिल्ली: देश के उद्योगपति रतन टाटा भले ही इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन उनका जानवरों के प्रति जो लगाव था वो किसी से छुपा नहीं है.
नई दिल्ली: देश के उद्योगपति रतन टाटा भले ही इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन उनका जानवरों के प्रति जो लगाव था वो किसी से छुपा नहीं है. रतन ने अपने जीवन मेंं समाज के लिए कई ऐसे काम किए जिन्हें दुनिया हमेशा याद रखेगी. खास तौर पर पशुओं के लिए जो उन्होंने किए, वो काफी लोकप्रिय है. इसका एक मिसाल मुंबई के महालक्ष्मी इलाके में स्मॉल एनिमल हॉस्पिटल है. इसी साल मार्च में इस एनीमल हॉस्पिटल की शुरुआत की गई थी, यहां पर लोग अपने पालतू जानवरों का इलाज कराने के लिए आते हैं. इस हॉस्पिटल को बनाने में रतन टाटा ने 165 करोड़ रुपये खर्च किए. रतन टाटा का ड्रीम था कि देशभर में इसी तरह के एनिमल हॉस्पिटल हो.
मुंबई के महालक्ष्मी इलाके में पांच मंजिला बिल्डिंग में बनी स्मॉल एनिमल हॉस्पिटल शानदार है. इस बिल्डिंग देखकर यह अंदाजा नहीं लगा जा सकता है कि यह जानवरों का अस्पताल होगा, यहां जानवरों के इलाज के लिए जितनी सुविधाएं हैं, उतनी तो बड़े-बड़े प्राइवेट अस्पतालों में नहीं हैं, यहां 200 से अधिक पालतू जानवरों का उपचार एक साथ किया जा सकता है. इस हॉस्पिटल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम है जो बीमार जानवरों पर नजर रखती है. ब्रिटेन के डॉक्टर थॉमस हीथकोट की अगुआई में यह टीम काम कर रहे हैं.
सबसे खास यह बात है कि यह हॉस्पिटल महालक्ष्मी इलाके में है जो मुंबई के सबसे शानदार इलाकों में गिना जाता है. मैजिक ब्रिक के मुताबिक इस इलाके में सबसे महंगे घर बने हुए हैं. महालक्ष्मी के पास ही मुंबई की कुछ प्रमुख कॉमर्शियल इमारतें स्थित हैं जो इस इलाकों और बनाती है. यहां 1000 वर्ग गज में बना टू बीएचके फ्लैट की अनुमानित कीमत छह से सात करोड़ रुपये के बीच है, इतनी महंगी जगह पर घर खरीदने के लिए सामान्य व्यक्ति कभी सोच भी नहीं सकते है, लेकिन रतन टाटा ने 98,000 वर्ग गज जगह में जानवरों के लिए अस्पताल खोला, इसलिए रतन टाटा के प्रति लोगों में प्यार और सम्मान है.
हिंदुओ सब एकजुट हो जाओ! दशहरा पर भागवत की दहाड़ से दहल उठे 57 इस्लामिक मुल्क