नई दिल्ली। नए साल के स्वागत की तैयारियां पूरी दुनिया में जोरों से हो रही है।बता दें , नए साल का जश्न 31 दिसंबर की रात से ही शुरू हो जाता है और लोग इसको बहुत खुश होकर मानते है। नए साल को लोग अपने-अपने तरीके से जश्न मनाते हैं और कई जगहों पर आतिशबाजी […]
नई दिल्ली। नए साल के स्वागत की तैयारियां पूरी दुनिया में जोरों से हो रही है।बता दें , नए साल का जश्न 31 दिसंबर की रात से ही शुरू हो जाता है और लोग इसको बहुत खुश होकर मानते है। नए साल को लोग अपने-अपने तरीके से जश्न मनाते हैं और कई जगहों पर आतिशबाजी और पटाखों के साथ नए साल का स्वागत किया जाता है। तो कुछ लोग अपनों के साथ मिलकर झूमते-गाते नए साल का जश्न मनाता हैं और इसकी शुरुआत करते है। गौरतलब है कि पूरी दुनिया में न्यू ईयर अलग – अलग तरीकों से मनाया जाता है।
अगर बात करे , भारत में तो 31 दिसंबर की रात 12 बजे बाद नए साल का आगमन होता हैऔर तभी यहां के लोग नए साल का स्वागत करते है। लेकिन बता दे, कई देश ऐसे भी हैं जहां दिन पहले शुरू हो जाता है और वहां पर नए साल का आगमन दिन में किया जाता है।
बता दें , नए साल का स्वागत सबसे पहले ओशिआनिया क्षेत्र के लोग करते हैं , यहां के लोग ने साल का आगमान खूब धूम – धाम से करते है। इन सब में से टोंगा, समोआ और किरिबाटी नए साल का स्वागत करने वाले पहले देश हैं। जानकारी के मुताबिक , टोंगा के प्रशांत द्वीप सबसे पहले नए साल का दिन उगता है , इसलिए यहां सबसे पहले नए साल का जश्न मनाया जाता है।
अगर बात करे भारतीय समय की तो 31 दिसंबर की शाम 3:30 बजे समोआ और क्रिसमस आइलैंड/किरीबैती में नया साल शुरू होता है। दुनिया के एशियाई देशों में जापान और दक्षिण कोरिया में सबसे पहले नए साल का स्वागत होता है। यहां पर 31 दिसंबर की रात 8:30 बजे नया साल शुरू हो जाता है। वहीं दूसरी तरफ , यूएस माइनर आउटलाइंग आइलैंड में सबसे आखिर में नया साल मनाया जाता है।
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