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नीति आयोग के कार्यक्रम में पिछड़े जिलों के DM से बोले पीएम मोदी, काम से करें डॉ. अंबेडकर के सपनों को साकार

केंद्र सरकार ने 100 से ज्यादा पिछड़े जिलों को विकास के लिए चिन्हित किया है. नीति आयोग ने इन जिलों के जिलाधिकारियों का एक कार्यक्रम आयोजित किया है. कार्यक्रम के दूसरे और अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारियों को काम तेजी से करने की अपील करते हुए 14 अप्रैल की कार्यसीमा करने के निर्देश दिए.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
  • January 5, 2018 10:27 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली. देश के सबसे पिछड़े जिलों में विकास की रफ्तार तेज करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीति आयोग द्वारा आयोजित सम्मेलन में जिलाधिकारियों की क्लास ली. दिल्ली के डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन के आखिरी दिन पीएम मोदी ने पिछड़े जिलों में विकास की रणनीति पर चर्चा करते हुए कहा कि जिलाधिकारियों को निराशा में डूबी हुई व्यवस्था को आशावान व्यवस्था में बदलने के तरीकों पर विचार करना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि 14 अप्रैल को बाबा साहब अंबेडकर की जयंती तक क्यों न हम एक कार्यसीमा तय करें. मैं चाहूंगा कि तीन महीने की मॉनिटरिंग के बाद अपने प्रयासों में आगे रहने वाले जिलों में मैं कुछ समय रहूं. इस दौरान मैं उनसे सीखने का प्रयास करूंगा.

केंद्र सरकार द्वारा 100 से ज्यादा पिछड़े जिलों की पहचान की गई है. इन जिलों में विकास की योजनाओं को गति देने के लिए ही नीति आयोग द्वारा दो दिन का सम्मेलन आयोजित किया गया है. यहां पीएम मोदी ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर जीवन भर सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ते रहे. 115 जिलों के हर गांव का विकास उस सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता तक पहुंचने के प्रयास का हिस्सा बनेगा जिसका सपना बाबा साहेब अंबेडकर ने देखा था.

जिलाधिकारियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा कि चुनौतियों की अपनी एक ताकत होती है. जिसकी जिंदगी में चुनौती नहीं आई हो मैं उन्हें भाग्यवान नहीं मानता. चुनौतियों से लोहा लेने वालों की ही जिंदगी बनती है. उन्होंने सरकार की परियोजनाओं की सफलता का श्रेय अधिकारियों को देते हुए कहा कि वो अधिकारी ही थे जिन्होंने ऐतिहासिक स्पीड से गांवों में बिजली पहुंचाने और शौचालय बनाने के काम को अंजाम दिया. साथ ही सबको यह मानने पर मजबूर किया कि इतनी तेजी से भी काम हो सकता है. उन्होंने कहा कि हमने करीब 4 लाख शौचालयों का निर्माण किया. साथ ही हमारी सरकार अपने कार्यकाल के पहले 1000 दिनों में 18,000 गांवों तक बिजली पहुंचाने के लिए काम कर रही है.

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