मुलायम सिंह यादव: लखनऊ। उत्तर प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक नेता जी मुलायम सिंह यादव का आज गुरूग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। उन्होंने 82 साल की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली। राष्ट्रपति मुर्मू, पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है। […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक नेता जी मुलायम सिंह यादव का आज गुरूग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। उन्होंने 82 साल की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली। राष्ट्रपति मुर्मू, पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है।
बता दें कि मुलायम सिंह यादव अपने जवानी के दिनों में कुश्ती लड़ते थे। उनकी सियासी और निजी जिंदगी काफी मुश्किलों भरी रही है, लेकिन अपनी सूझबूझ से नेता जी ने हमेशा अपने विरोधियों को चित कर दिया था।
साल था 1960 और तारीख थी 26 जून, जब मैनपुरी के करहल के जैन इंटर कॉलेज के कैंपस में कवि सम्मेलन चल रहा था। मंच पर उस वक्त के मशहूर कवि दामोदर स्वरूप विद्रोही भी मौजूद थे। बारी आने पर उन्होंने अपना कविता-पाठ शुरू किया।
इसी बीच विद्रोही ने अपनी कविता ‘दिल्ली की गद्दी सावधान’ का पाठ शुरू किया। यह कविता सरकार के खिलाफ थी। इसलिए वहां पर तैनात उत्तर पुलिस का इंस्पेक्टर मंच पर आया और उन्हें कविता पढ़ने से रोकने लगा। जब वो नहीं माने तो इंस्पेक्टर ने उनका माइक छीन लिया।
इंस्पेक्टर ने कवि दामोदर स्वरूप विद्रोही को डांटते हुए कहा कि आप सरकार के खिलाफ कविता का पाठ नहीं कर सकते हैं। इस दौरान मंच पर बहस हो ही रही थी कि दर्शकों के बीच बैठा एक 21 साल का पहलवान दौड़ते हुए मंच पर आया और 10 सेकेंड में इंस्पेक्टर को उठाकर पटक दिया। यह नौजवान कोई और नहीं बल्कि नेता जी मुलायम सिंह यादव थे।
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