गाजियाबाद/लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के जिलाधिकारी (DM) पर स्थानीय बीजेपी नेताओं को अपमानित करने का आरोप लगा है. भाजपा नेताओं का कहना है कि वे 24 दिसंबर को गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए पहुंचे थे, इस दौरान डीएम ने उन्हें अपमानित किया और सिर्फ चाय पिलाकर वापस भेज दिया. उन्हें सीएम योगी से मिलने नहीं दिया गया. इसी वजह से बीजेपी नेताओं ने अब जिलाधिकारी को 50 रुपये प्रति चाय के हिसाब से 700 रुपये भेजे हैं. इसके साथ ही एक लेटर भी भेजा है, जिसमें पूरे मामले का जिक्र है.
बीजेपी नेताओं द्वारा डीएम को भेजा गया लेटर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. मालूम हो कि लेटर में 12 भाजपा नेताओं के नाम लिखे हुए हैं. इनमें पूर्व लोकसभा सांसद, पूर्व विधायक, प्रदेश संयोजक, प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य और पूर्व महानगर अध्यक्ष शामिल हैं. ये सभी नेता अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से गाजियाबाद डीएम राकेश कुमार सिंह की शिकायत करने पर विचार कर रहे हैं.
भाजपा नेताओं ने बताया कि गाजियाबाद में मुख्यमंत्री योगी के कार्यक्रम के दौरान उन्हें हाथों में एक-एक फूल पकड़ाकर गेट के पास ही खड़ा किया गया था. लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया, जिसकी वजह से उनकी सीएम योगी से मुलाकात नहीं हो सकी. शिकायत करने के बाद जिलाधिकारी ने उनसे कहा कि आपका (बीजेपी नेताओं) सम्मान है, हमने सम्मान में आपको चाय भी पिलाई है.
भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने गाजियाबाद के जिलाधिकारी राकेश कुमार को सिंह को लिखे पत्र में कहा है कि 24 दिसंबर 2023 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से मुलाकात और वार्ता करने का कार्यक्रम तय था, लेकिन आपके (डीएम) द्वारा किसी भी नेता को गेट के अंदर वार्ता स्थल पर नहीं जाने दिया गया. जिस पर हमे अपमानित महसूस किया और हम वहां से वापस लौट आए. आपने उस वक्त कहा था कि हमने आपकों चाय पिलाई है. अत: हमने आपको उसके 50 रुपये प्रति चाय के हिसाब से 700 रुपये भेजा है.
वहीं, इस मामले पर गाजियाबाद के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह का बयान भी सामने आ गया है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी की महानगर इकाई ने जिस प्रयोजन के लिए पुलिस को पास जारी करने की सूची भेजी थी, उसी प्रकार पुलिस ने पास जारी किया था. उस पास के मुताबिक किसी के द्वारा सीएम से मिलने का अनुरोध नहीं किया गया था. डीएम ने आगे कहा कि हमने उन्हें (बीजेपी नेताओ) पूरा सम्मान दिया था. उनके पास में जो पास था वह विदाई के वक्त मुख्यमंत्री के सामने खड़े होकर मुलाकात करने का था. उनके पास अलग से मुलाकात करने का कोई पास नहीं था.
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