चंडीगढ़/नई दिल्ली: हरियाणा में विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं. जिसे लेकर राज्य में सियासी वार-पलटवार तेज है. इस बीच इनखबर आपके लिए हरियाणा के राजनीतिक इतिहास से जुड़ा हुआ एक दिलचस्प किस्सा लेकर आया है. यह किस्सा हरियाणा के पूर्व सीएम और बनारसी दास गुप्ता से जुड़ा हुआ है. साल 1990 की है बात […]
चंडीगढ़/नई दिल्ली: हरियाणा में विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं. जिसे लेकर राज्य में सियासी वार-पलटवार तेज है. इस बीच इनखबर आपके लिए हरियाणा के राजनीतिक इतिहास से जुड़ा हुआ एक दिलचस्प किस्सा लेकर आया है. यह किस्सा हरियाणा के पूर्व सीएम और बनारसी दास गुप्ता से जुड़ा हुआ है.
ये किस्सा है साल 1990 का है. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बनारसी दास गुप्ता सक्रिय राजनीति से दूर हो गए थे. इस दौरान 23 सितंबर 1990 को वह भिवानी जिले में हाराजा अग्रसेन जयंती समारोह मे शामिल होने के लिए पहुंचे. तभी भीड़ से उनपर गोली चला दी जाती है. एक गोली बनारसी दास के सीने को चीरती हुई पार निकल गई. उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया.
हालांकि लंबे इलाज के बाद बनारसी दास गुप्ता ठीक हो गए. इस घटना ने उन्हें राजनीतिक रूप से एक बार फिर से एक्टिव कर दिया. पूर्व पीएम राजीव गांधी के कहने पर वह फिर कांग्रेस में शामिल हुए. फिर साल 1996 में हरियाणा की भजनलाल सरकार ने उन्हें संसद के उच्च सदन राज्यसभा भेजा. इसके बाद राज्यसभा का कार्यकाल खत्म होते ही उन्होंने राजनीति से संन्यास ले लिया और समाज सेवा के काम में लग गए. 29 अगस्त 2007 को उनका निधन हो गया था.
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