नई दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मिली करारी शिकस्त ने सभी विपक्षी दलों को बड़ा झटका दिया है. 10 साल बाद हरियाणा की सत्ता में वापसी की आस लगाए बैठी कांग्रेस ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि राज्य में ऐसे चुनावी नतीजे आएंगे. इस बीच कांग्रेस की हार के बाद […]
नई दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मिली करारी शिकस्त ने सभी विपक्षी दलों को बड़ा झटका दिया है. 10 साल बाद हरियाणा की सत्ता में वापसी की आस लगाए बैठी कांग्रेस ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि राज्य में ऐसे चुनावी नतीजे आएंगे. इस बीच कांग्रेस की हार के बाद विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A में तू-तू-मैं-मैं शुरू हो गई है. शिवसेना (यूबीटी), सपा और टीएमसी समेत कई विपक्षी दलों ने कांग्रेस पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
कांग्रेस की हरियाणा में हार पर उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि कांग्रेस को इस हार से बड़ी सीख लेने की आवश्यकता है. हरियाणा में मिली हार कांग्रेस के अति-आत्मविश्वास और राज्य के नेताओं के अहंकार का परिणाम है.
वहीं, ममता बनर्जी की टीएमसी के नेता साकेत गोखले ने कहा कि अहंकार और क्षेत्रीय दलों की हीन दृष्टि से देखने की वजह से कांग्रेस को हार मिली है. समाजवादी पार्टी की ओर से भी ऐसी ही प्रतिक्रिया आई है.
बता दें कि हरियाणा में मंगलवार-8 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के परिणाम आए. पिछले 10 सालों से राज्य की सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी (BJP) को जनता ने फिर से 5 साल सरकार चलाने का मौका दिया है. चुनावी नतीजों में बीजेपी को 48, कांग्रेस को 37, इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) को दो सीटें मिली हैं. 3 सीटों पर निर्दलीयों को जीत मिली है.
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