सोशल मीडिया के सबसे बड़े प्लेटफॉर्म्स में से एक माने जाने वाले व्हॉट्सएप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) क्रिस डेनियल्स ने आज केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी रविशंकर प्रसाद से मुलाकात की. इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने क्रिस डेनियल्स से कहा कि वह फेक न्यूज (फर्जी खबर) और भड़काऊ मैसेज पर लगाम कसने के लिए भारत में कंपनी के दफ्तर खोलें.
नई दिल्लीः व्हॉट्सएप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) क्रिस डेनियल्स आज भारत में हैं. क्रिस ने केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी रविशंकर प्रसाद से मुलाकात की. इस दौरान दोनों के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वह फेक न्यूज (फर्जी खबर) और भड़काऊ मैसेज पर लगाम लगाने के लिए भारत में कंपनी के दफ्तर खोलें. साथ ही इस तरह के भ्रामक संदेशों को रोकने के लिए पुलिस की मदद करें.
देश में सोशल मीडिया के माध्यम से फर्जी खबरों के प्रसारित होने का सिलसिला बदस्तूर जारी है. इन्हीं गलत प्रचारित किए गए संदेशों की वजह से पिछले कुछ समय में मॉब लिंचिंग की तमाम घटनाओं से सरकार काफी चिंतित है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने क्रिस डेनियल्स से मुलाकात के बाद कहा कि व्हॉट्सएप भारतीय कानून के अधीन रहकर काम करने के लिए तैयार है. उनके बीच तीन प्रमुख बिंदुओं पर बात हुई.
व्हॉट्सएप के सामने रखी गईं 3 प्रमुख बातें:
1- व्हॉट्सएप भारत में काम करने के लिए अपना कार्यालय यहां खोले.
2- व्हॉट्सएप पर फेक न्यूज, भड़काऊ संदेशों और अफवाहों को रोकने के लिए सख्ती से कदम उठाए जाए और इसके लिए प्रभावी समाधान किया जाए.
3- फेक न्यूज, भड़काऊ मैसेज कहां से आते हैं, इसे मॉनिटर किया जाए. तकनीक की मदद से इसका पता लगाया जाए और इस तरह की समस्याओं के निपटारे के लिए अधिकारी नियुक्त किए जाएं.
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा, ‘मेरी क्रिस डेनियल्स के साथ सार्थक बैठक हुई है. व्हाट्सएप ने पूरे देश में जागरूकता फैलाने में जो काम किया है, उसके लिए मैं उनकी सराहना करता हूं लेकिन भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या (मॉब लिंचिंग) और बदले की कार्रवाई के तहत अश्लील तस्वीरें बिना साथी के मर्जी के डालने जैसी गैरकानूनी गतिविधियों का समाधान आपको तलाशना होगा. यह भारत में आपराधिक तथा भारतीय कानून का उल्लंघन है.’
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि फेसबुक की अगुवाई वाली कंपनी व्हॉट्सएप के सीईओ ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि वह इन तीनों बिंदुओं के अनुपालन की दिशा में काम कर रहे हैं और भारत में कार्यालय खोलने के प्रस्ताव पर जल्द विचार कर किसी निष्कर्ष तक पहुंच जाएंगे. बताते चलें कि फर्जी खबरों और अफवाहों पर लगाम कसने के लिए कंपनी ने सभी प्रमुख अखबारों में विज्ञापन देकर इनसे बचने के तरीके के बारे में बताया था. फेक न्यूज पर लगाम कसने के लिए व्हॉट्सएप लगातार अपने फीचर्स में बदलाव कर रहा है.
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