राहुल गांधी ने कांग्रेस और भाजपा के दृष्टिकोण में अंतर स्पष्ट करते हुए कहा कि कांग्रेस समावेशी विकास के पक्ष में है जबकि भाजपा "ट्रिपल-डाउन" विकास में विश्वास करती है।
नई दिल्लीः कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को आईआईटी मद्रास पहुंचे। वहां उन्होंने छात्रों से बातचीत करते हुए कांग्रेस और भाजपा के दृष्टिकोण में अंतर स्पष्ट किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मानना है कि संसाधनों का वितरण अधिक न्यायसंगत तरीके से होना चाहिए और विकास अधिक व्यापक और समावेशी होना चाहिए। वहीं दूसरी ओर, भाजपा का दृष्टिकोण “ट्रिपल-डाउन” विकास पर आधारित है, जिसका अर्थ है कि विकास का लाभ शीर्ष वर्गों के माध्यम से नीचे तक पहुंचता है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि युवाओं के बेहतर भविष्य और भारत को वैश्विक नेता बनाने के लिए देश की मौजूदा शिक्षा व्यवस्था पर पुनर्विचार करना और शिक्षा पर अधिक पैसा खर्च करना जरूरी है। बातचीत में उन्होंने यह भी कहा कि निजीकरण और वित्तीय प्रोत्साहन के जरिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हासिल नहीं की जा सकती।
इस दौरान छात्रों ने राहुल गांधी से पूछा कि काम करने के तरीके के मामले में कांग्रेस और भाजपा कैसे अलग हैं? इसका जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस और यूपीए आम तौर पर मानते हैं कि संसाधनों को अधिक निष्पक्ष रूप से वितरित किया जाना चाहिए और विकास व्यापक-आधारित और समावेशी होना चाहिए। उन्होंने कहा, “बीजेपी विकास के मामले में ज़्यादा आक्रामक है। वे आर्थिक दृष्टि से ‘ट्रिपल-डाउन’ में विश्वास करते हैं। सामाजिक मोर्चे पर, हमें लगता है कि समाज जितना ज़्यादा सामंजस्यपूर्ण होगा, लोग जितने कम लड़ेंगे, देश के लिए उतना ही बेहतर होगा। अंतरराष्ट्रीय संबंधों के मोर्चे पर, दूसरे देशों के साथ हमारे संबंधों में कुछ अंतर हो सकते हैं, लेकिन यह बराबर होगा।” उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के तरीके के बारे में उन्होंने कहा कि एक देश को अपने लोगों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की गारंटी देने की जरूरत है।
ये भी पढ़ेंः- मंदिर ढूंढकर रहूंगी, जिसको जो करना हो कर ले.., मुस्लिम धर्मगुरू से भिड़ गई कानपुर की दबंग मेयर
MP: सिंगरौली में सेप्टिक टैंक में मिले 4 शव, घर से न्यू ईयर पार्टी मनाने निकले थे