नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के सीएम पद से इस्तीफे वाले ऐलान के बाद अब दिल्ली के सियासी गलियारों में नए सीएम को लेकर चर्चा तेज है. इस बीच खबर आ रही है कि कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत को दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है. गहलोत के […]
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के सीएम पद से इस्तीफे वाले ऐलान के बाद अब दिल्ली के सियासी गलियारों में नए सीएम को लेकर चर्चा तेज है. इस बीच खबर आ रही है कि कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत को दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है. गहलोत के सीएम बनने की संभावनाओं के पीछे लोग तीन बड़े तर्क दे रहे हैं. आइए जानते हैं तीनों तर्कों के बारे में….
दिल्ली की नजफगढ़ विधानसभा सीट से विधायक कैलाश गहलोत जाट परिवार से ताल्लुक रखते हैं. इस वक्त हरियाणा में विधानसभा के चुनाव चल रहे हैं. वहां पर जाट वोटर बीजेपी से नाराज बताए जा रहे हैं. ऐसे में कैलाश गहलोत को दिल्ली का सीएम बनाकर केजरीवाल हरियाणा चुनाव में जाटों को साधना चाहेंगे.
बता दें कि कैलाश गहलोत आम आदमी पार्टी के लिए फंड जुटाने का काम करते हैं. हरियाणा चुनाव के बाद पार्टी को दिल्ली चुनाव में भी फंड की जरूरत पड़ेगी. ईडी और सीबीआई के एक्शन की वजह से फिलहाल आप की फंडिंग रूकी हुई है. ऐसे में गहलोत पार्टी को आर्थिक तौर पर मजबूती दे सकते हैं.
गहलोत की गिनती AAP के उन नेताओं में होती है जिनके सभी पार्टियों में अच्छे रिश्ते हैं. कैलाश गहलोत की उपराज्यपाल वीके सक्सेना से भी अच्छी बनती है. ऐसे में उन्हें सीएम बनाने पर केजरीवाल को एलजी दफ्तर से कम परेशानी झेलनी पड़ेगी. गौरतलब है कि सियासी गलियारों में गहलोत की बीजेपी से भी करीबी की चर्चा होती रहती है. ऐसे में अगर वे सीएम बनते हैं तो मैसेज जाएगा कि गहलोत आम आदमी पार्टी के ही हैं, भाजपा के नहीं.
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