नई दिल्ली: भारत में धर्म की महानता पर अंधविश्वास का बड़ा साया रहा है. बीते कुछ साल पहले बाबा गुरमीत राम रहीम के द्वारा अनेक महिलाओं, बालिकाओं के साथ यौन शोषण तथा अन्य अपराध घटित करना इसका उदाहरण है.
नई दिल्ली: भारत में धर्म की महानता पर अंधविश्वास का बड़ा साया रहा है. बीते कुछ साल पहले बाबा गुरमीत राम रहीम के द्वारा अनेक महिलाओं, बालिकाओं के साथ यौन शोषण तथा अन्य अपराध घटित करना इसका उदाहरण है. तंत्र मंत्र, जादू टोना तथा धर्म के नाम पर लोगों को अपने अनुयायी बनाकर ठगने वालों की सूची भारत में बहुत लंबी है. केवल गरीब और कम पढ़े-लिखे ही नहीं, विद्वान व करोड़पति, अरबपति लोग भी इन बाबाओं के आगे नतमस्तक हैं. वहीं इन सबके बीच ITV ने पाखंडी धर्मगुरु को लेकर एक सर्वे किया है, जिसमें छह सवाल पूछे गए है, जिनका परिणाम चौंकाने वाला सामने आया है जो नीचे है.
Q. क्या आप कभी धर्म के नाम पर किसी पाखंड का शिकार हुए हैं?
हाँ- 8.00%
नहीं- 91.00%
कह नहीं सकते- 1.00%
Q. क्या बाबा या धर्मगुरु को भगवान मानने की भूल आपने की है?
हाँ- 5.00%
नहीं- 93.00%
असमंजस में रहे- 2.00%
कह नहीं सकते- 0.00%
Q. पाखंडी धर्मगुरु के शिकार लोगों को सबसे बड़ा नुकसान क्या होता है?
आर्थिक नुक़सान- 36.00%
महिलाओं का यौन शोषण- 19.00%
बच्चों का यौन शोषण- 9.00%
मानसिक उत्पीड़न- 30.00%
कह नहीं सकते- 6.00%
Q. आपके लिहाज़ से धर्म के नाम पर सबसे ज़्यादा पाखंड कौन से धर्मगुरु कर रहे हैं?
सनातनी धर्मगुरु – 41.00%
इस्लामिक धर्मगुरु – 25.00%
ईसाई धर्मगुरु – 10.00%
अन्य धर्मगुरु – 19.00%
कह नहीं सकते- 5.00%
Q. पाखंडी धर्मगुरुओं की दुकान चलने की वजह कौन सा अंधविश्वास है?
जादू-टोना करते हैं- 38.00%
भूत-प्रेत भगाते हैं- 10.00%
रहस्यमयी शक्तियां हैं- 12.00%
वशीकरण कला के पारंगत- 31.00%
कह नहीं सकते- 9.00%
Q. आप किसी धर्म गुरू के प्रवचन या धार्मिक आयोजन में किस वजह से शामिल होते हैं?
ईश्वर के दर्शन का दावा- 26.00%
क़िस्मत बदलने का दावा- 21.00%
रोग भगाने का दावा- 8.00%
चमत्कार की उम्मीद- 26.00%
कह नहीं सकते- 19.00%
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