नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को चुनाव आयोग ने कड़ी फटकार लगाई है. ईसी ने खड़गे को सोच-समझकर बयान देने के लिए कहा है. बता दें कि 30 अप्रैल को चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के पहले दो चरण की वोटिंग के फाइनल आंकड़ों को जारी किया था. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे […]
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को चुनाव आयोग ने कड़ी फटकार लगाई है. ईसी ने खड़गे को सोच-समझकर बयान देने के लिए कहा है. बता दें कि 30 अप्रैल को चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के पहले दो चरण की वोटिंग के फाइनल आंकड़ों को जारी किया था. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इन आंकड़ों पर सवाल खड़े किए थे.
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. इस पोस्ट में निर्वाचन आयोग ने लिखा कि वोटिंग आंकड़ा जारी करने में कोई देरी नहीं हुई है. फाइनल वोटिंग डेटा हमेशा से वोटिंग वाले दिन से ज्यादा ही होता है. हम 2019 के चुनाव के बाद से इसे मैट्रिक्स पर अपडेट कर रहे हैं. हमारे डेटा कलेक्ट करने के तरीके में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं है.
EC ने सोशल मीडिया पोस्ट में आगे कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे ऐसे आरोपों को लगातार चुनाव की प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर रहे हैं. इन आरोपों से लोगों के बीच में भ्रम की स्थिति पैदा होती है और उससे निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया में दिक्कतें होती हैं. नेताओं का ऐसा रवैया मतदाताओं की चुनावी भागीदारी पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है. इससे बड़ी संख्या में चुनाव के लिए काम कर रही टीम के उत्साह में कमी हो सकती है.
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 7 मई को I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल दलों के नेताओं को पत्र लिखा था. इस पत्र में खड़गे ने कहा था कि पहले चुनाव आयोग 24 घंटे के अंदर ही वोटिंग डेटा बता देता था, लेकिन इस बार काफी देर से आंकड़े जारी किए गए. इसकी क्या वजह हो सकती है, इसे लेकर अभी तक चुनाव आयोग के द्वारा कोई सफाई भी नहीं दी गई है. देरी के बाद भी जो चुनाव आयोग ने जो डेटा रिलीज किया है उसमें कई महत्वपूर्ण जानकारियां नहीं हैं.
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