नई दिल्ली। पंजाब में 20 महीने तक कागजों पर ऐसा मंत्रालय चलता रहा, जो हकीकत में था ही नहीं। दरअसल पंजाब सरकार में राज्य मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल की अध्यक्षता वाले प्रशासनिक सुधार विभाग को समाप्त कर दिया गया है। यह विभाग पिछले 20 महीनों से अस्तित्व में नहीं था। भगवंत मान सरकार के कहने पर मुख्य सचिव ने एक गजट अधिसूचना जारी किया है।
इस अधिसूचना में इस विभाग को खत्म करने का फैसला सुनाया गया है, जो कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की सलाह पर लिया गया है। इस फैसले के बाद धालीवाल के पास अब सिर्फ NRI मामलों का विभाग ही रहेगा। कहा जा रहा है कि आप सरकार को अब जाकर मालूम पड़ा है कि कुलदीप सिंह धालीवाल जिस विभाग के प्रमुख थे वास्तव में वो अस्तित्व में था ही नहीं।
You can imagine the crisis in Punjab government if it took nearly 20 months to realise that a department assigned to one of its prominent ministers never actually existed.
Arvind Kejriwal is a charlatan who must be banished from public life. https://t.co/DbP0XlWbNx
— Amit Malviya (@amitmalviya) February 22, 2025
बता दें कि सितंबर 2024 में पंजाब कैबिनेट में फेर बदल किया गया था। उस समय पंजाब सरकार ने 5 नए मंत्रियों को शामिल किया था, जबकि 4 को हटा दिया था। मौजूदा समय में राज्य मंत्रिमंडल में सीएम समेत 16 मंत्री हैं। बीजेपी ने इसे लेकर भगवंत मान सरकार पर हमला बोला है। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि यह समझने में इन्हें 20 महीने लग गए कि एक विभाग ऐसा भी है जो है ही नहीं।
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