नई दिल्लीः भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस विवाद के बीच भारतीय पहलवानों की ओर से अवार्ड वापस किया जा रहा है। पहलवानों के पुरस्कार वापसी विवाद पर पहलवान योगेश्वर दत्त ने बताया कि मुझे समाचार के माध्यम से पता चला है कि विनेश […]
नई दिल्लीः भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस विवाद के बीच भारतीय पहलवानों की ओर से अवार्ड वापस किया जा रहा है। पहलवानों के पुरस्कार वापसी विवाद पर पहलवान योगेश्वर दत्त ने बताया कि मुझे समाचार के माध्यम से पता चला है कि विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने अपने पुरस्कार लौटा दिए हैं। यह उनका अपना फैसला है। एक न्यूज एजेंसी से योगेश्वर दत्त ने कहा कि यह जो कुछ भी हो रहा है, भारत की रेसलिंग के लिए बहुत गलत है। उन्होंने खुलासा किया कि इसकी रुपरेखा पहले से ही तय की जा रही थी। इसके पीछे कांग्रेस पार्टी का हाथ है।
पहलवान दत्त ने आरोप लगाया कि पहले से ही इसका प्लान तैयार किया हुआ था कि कब क्या करना है ? इनके पीछे सांसद राहुल गांधी, दीपेंद्र हुड्डा भी हैं। वह चाहते हैं कि 2024 के लोकसभा चुनाव तक यह मुद्दा ऐसे ही बना रहे। योगेश्वर दत्त ने फेडरेशन के चुनावों को लेकर बताया कि कुश्ती महासंघ के चुनाव हुए थे वो निष्पक्ष हुए हैं। उन्होंने कहा कि जो गलत है, उसको सजा होनी चाहिए। उन्होंने भारत सरकार से आग्रह किया कि जल्द से जल्द कुश्ती फेडरेशन की समस्या का निदान किया जाए। इससे जूनियर और सब जूनियर पहलवानों का भविष्य खतरे में हैं।
बीते 30 दिसंबर को विनेश फोगाट पीएमओ जाकर अपने अवार्ड वापस करना चाहती थीं। हालांकि, पुलिस की ओर से दखल देने के बाद उन्होंने कर्तव्य पथ पर ही अपना खेल रत्न और अर्जुन अवार्ड रख दिया था। इसके अलावा 22 दिसंबर को बजरंग पूनिया ने भी अपना पद्मश्री अवॉर्ड लौटा दिया था। वहीं, उन्होंने पीएम मोदी को पत्र लिखा था। बता दें कि साक्षी मलिक के संन्यास की घोषणा के बाद बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री लौटाया था।