नई दिल्लीः पिछले कुछ दिनों से भारतीय कुश्ती संघ चर्चा का विषय बना हुआ है। हाल ही में संघ का चुनाव हुआ था जिसके अध्यक्ष संजय सिंह चुने गए थे। उनके अध्यक्ष चुने जाने के बाद विवाद और गहरा गया था। बता दें कि संजय सिंह के अध्यक्ष चुने जाने से नाराज साक्षी मलिक ने […]
नई दिल्लीः पिछले कुछ दिनों से भारतीय कुश्ती संघ चर्चा का विषय बना हुआ है। हाल ही में संघ का चुनाव हुआ था जिसके अध्यक्ष संजय सिंह चुने गए थे। उनके अध्यक्ष चुने जाने के बाद विवाद और गहरा गया था। बता दें कि संजय सिंह के अध्यक्ष चुने जाने से नाराज साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया था। साथ ही बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने खेल पुरस्कार लौटाने की धमकी दी थी। जिसके बाद खेल मंत्रालय ने डब्लूएफआई सहित अध्यक्ष संजय सिंह को भी निलंबित कर दिया था।
कुश्ती संघ को निलंबित करने के बाद खेल मंत्रालय ने भारतीय ओलंपिक संघ को तीन दिन पहले एक समिति का गठन करने को कहा था। जो कि भारतीय कुश्ती संघ की देखरेख करेगी। अब आईओए यानी भारतीय ओलंपिक संघ ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है। समिति में भूपेंदर सिंह बाजवा, एमएम सौम्या और मंजूषा कनवर को शामिल किया गया है। समिति का काम एथलीट्स का चयन करना, खेल गतिविधियों का आयोजन करना, बैंक खातों को संभालना, वेबसाइट का प्रबंधन करना और अन्य संबंधित जिम्मेदारियां शामिल हैं।
इसी साल मई के महीन में रेसलर और पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के बीच विवाद बढ़ गया था जिसके बाद बृजभूषण सिंह को संघ के कामकाज से दूर रहने के लिए कहा गया था। ऐसे में तीन सदस्यीय समिति ही संघ के कामकाज देख रही थी। वहीं 21 दिसंबर को हुए चुनाव में संजय सिंह को नया अध्यक्ष चुना गया था। जिसके बाद संजय सिंह को रेसलरों द्वारा विरोध का सामना करना पड़ा था। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ को निलंबित कर दिया था।