नई दिल्लीः टीएमसी नेता के चुनौती को स्वीकारते हुए कोलकाता हाईकोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय अपने एक बयान को लेकर फिर से सूर्खियों में है। जानकारी दे दें कि गंगोपाध्याय पश्चिम बंगाल में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में सुनवाई कर रहे थे और लगातार टीएमसी के नेता उनको न्यायपालिका छोड़ राजनीति में आने […]
नई दिल्लीः टीएमसी नेता के चुनौती को स्वीकारते हुए कोलकाता हाईकोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय अपने एक बयान को लेकर फिर से सूर्खियों में है। जानकारी दे दें कि गंगोपाध्याय पश्चिम बंगाल में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में सुनवाई कर रहे थे और लगातार टीएमसी के नेता उनको न्यायपालिका छोड़ राजनीति में आने की चुनौती दे रहे थे। जिसके बाद उन्होंने न्यायिक व्यवस्था से इस्तीफा देते हुए भाजपा में शामिल हो गए थे। अब एक बार फिर से गांधी और गोडसे वाले बयान को लेकर वो चर्चा में हैं।
दरअसल गंगोपाध्याय जब से राजनीति में एंट्री मारे हैं तब से लगातार वो टीवी चैनल को इंटरव्यू दे रहे हैं। इसी क्रम में एक इंटरव्यू के दौरान उनसे पूछा गया कि आप गांधी और गोडसे में से किसे चुनेंगे। इस पर उन्होंने कहा कि इस पर विचार करने के बाद ही कहूंगा। पूर्व जस्टिस का यह बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। बता दें कि गंगोपाध्याय ने पांच मार्च को अपने पद से इस्तीफा दिया था।
एक स्थानीय चैनल के सवाल पर जवाब नहीं दे पाने का वीडियो जहां वायरल हो रहा है तो वहीं इस मुद्दे पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परपोते चंद्रकुमार बोस ने अपनी राय रखी है। उन्होंने कहा कि यह एक गलत सवाल है। गोडसे एक हत्यारा था, महात्मा गांधी फॉदर ऑफ द नेशन हैं जैसा कि उन्हें भारत के स्वतंत्रता सेनानियों ने उन्हें माना है। ऐसे में दोनों की तुलना नहीं हो सकती है ? सोशल मीडिया पर पूर्व जस्टिस के इंटरव्यू का यह भाग काफी वायरल हो रहा है।