कोलकाता: राशन वितरण में कथित भ्रष्टाचार के एक मामले में पश्चिम बंगाल के वन मंत्री और पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक को 20 घंटे की पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है. शुक्रवार सुबह करीब 3 बजकर 23 मिनट पर उन्हें गिरफ्तार किया गया है. मलिक ने गिरफ्तारी से पहले कहा […]
कोलकाता: राशन वितरण में कथित भ्रष्टाचार के एक मामले में पश्चिम बंगाल के वन मंत्री और पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक को 20 घंटे की पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है. शुक्रवार सुबह करीब 3 बजकर 23 मिनट पर उन्हें गिरफ्तार किया गया है. मलिक ने गिरफ्तारी से पहले कहा था कि मैं एक गंभीर साजिश का शिकार हूं. मैं यही कह सकता हूं।
बता दें कि ईडी अधिकारियों ने कई करोड़ रुपए के कथित राशन वितरण घोटाले के संबंध में मलिक के परिसरों पर 26 अक्टूबर को छापेमारी शुरू की. इस सबंध में एक अधिकारी ने बताया कि ईडी अधिकारियों ने कोलकाता के साल्ट लेक इलाके में स्थित राज्य के वन मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के दो फ्लैट पर केंद्रीय बलों की एक टीम के मदद से छापा मारा। वहीं छापेमारी की इस कार्रवाई को लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि यह बदले की राजनीति के अलावा और कुछ नहीं है।
अधिकारी ने बताया कि वन मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के पूर्व निजी सहायक के मकानों सहित 8 अन्य फ्लैट पर भी छापेमारी की कार्रवाई जारी है. ईडी अधिकारी ने कहा कि ज्योतिप्रिय मलिक के आवासों पर 8 अधिकारी छापे मार रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम उनके पूर्व निजी सहायक के दमदम स्थित आवास और कुछ अन्य स्थानों पर तलाशी ले रहे हैं. ईडी अधिकारी ने बताया कि पहले ही एक व्यक्ति को केंद्रीय जांच एजेंसी गिरफ्तार कर चुकी है और इसके सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और वन मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के साथ कथित तौर पर करीबी संबंध हैं. उन्होंने आगे बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति को लेकर ज्योतिप्रिय मलिक से पूछताछ की जा रही है और उनके बैंक खातों की भी जांच की जा रही है।
तृणमूल नेता शशि पांजा ने ज्योतिप्रिय मलिक के आवासों पर छापेमारी की आलोचना करते हुए कहा कि यह विजय दशमी के मौके पर बंगाल की संस्कृति पर हमला है. यह बदले की राजनीति के अलावा कुछ और नहीं है. हमने देखा है कि हमारे नेताओं के परिसरों पर विजय दशमी से पहले उस समय छापे मारे गए थे जब हम महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत निधि जारी किए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. शशि पांजा ने आगे कहा कि हम ऐसे तलाशी अभियानों से हैरान नहीं हैं क्योंकि उन्होंने कुछ लोगों की पहचान की है और यह जारी रहेगा।
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