हावड़ा हिंसा कोलकाता। पश्चिम बंगाल के हावड़ा में शुक्रवार को पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में हुई हिंसा पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि इसके पीछे कुछ राजनीतिक दल हैं और वे दंगे कराना चाहते हैं। […]
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के हावड़ा में शुक्रवार को पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में हुई हिंसा पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि इसके पीछे कुछ राजनीतिक दल हैं और वे दंगे कराना चाहते हैं।
टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर लिखा कि जैसा कि मैं पहले भी कह चुकी हूं कि हावड़ा में पिछले दो दिनों से हिंसक घटनाएं हो रही हैं। इसके पीछे कुछ राजनीतिक दल हैं और वे दंगे कराना चाहते हैं। लेकिन उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बीजेपी का गुनाह अब लोग भुगतेंगे?
नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर पश्चिम बंगाल में लगातार दूसरे दिन हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया। जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़ कर भीड़ को तितर-बितर किया। जानकारी के मुताबिक ताजा घटनाक्रम हावड़ा के पंचला बाजार का है। यहां पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हुई।
बता दें कि कल जुमे की नमाज के बाद कोलकाता में भारी प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने सड़क मार्ग के साथ ही रेल मार्ग को भी बंद कर दिया। जिसके बाद दक्षिण पूर्व रेलवे की हावड़ा खड़गपुर मार्ग पर चेंगइल स्टेशन पर उग्रवादी भीड़ ने प्रदर्शन करना शुरू किया। इस वजह से पूरी तरह से दक्षिण पूर्व रेलवे की सेवा बंद हो गई। वहीं, हिंसा को देखते हुए 13 जून तक पश्चिम बंगाल के हावड़ा में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।
हावड़ा के अलुबेरिया के नरेंद्र मोड़ के पास नेशनल हाईवे पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की एक गाड़ी को आग के हवाले कर दिया, वहीं मौके पर कई लोग विरोध करते भी नज़र आ आए। जिसकी वजह से रेल मार्ग भी प्रभावित हो गया। बता दें कि फिलहाल इस समय दक्षिण पूर्व रेलवे की सेवा बंद है।
गौरतलब है कि बांग्लादेश की राजधानी ढाका में भी अब नूपुर शर्मा के बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। शुक्रवार की नमाज के बाद हजारों की संख्या में लोगों ने सड़क पर प्रदर्शन किया। नूपुर के खिलाफ नारेबाजी की और भारत सरकार का भी घेराव किया। बताया जा रहा है कि ढाका में 16 जून को भारतीय दूतावास को घेरने की बात भी कही गई है।
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