Birbhum incident कोलकत्ता, Birbhum incident पछिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा मामले में शानिवार को एक नया मोड़ सामने आया। यहां ज़िले के रामपुरहाट के मारग्राम में 40 देशी बम बरामद किये गए. पुलिस अधीक्षक नागेंद्र नाथ त्रिपाठी ने बताया कि इन बमों को चार बाल्टियों में छिपाकर एक अंडर कंसट्रक्शन घर के पीछे […]
कोलकत्ता, Birbhum incident पछिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा मामले में शानिवार को एक नया मोड़ सामने आया। यहां ज़िले के रामपुरहाट के मारग्राम में 40 देशी बम बरामद किये गए. पुलिस अधीक्षक नागेंद्र नाथ त्रिपाठी ने बताया कि इन बमों को चार बाल्टियों में छिपाकर एक अंडर कंसट्रक्शन घर के पीछे रखा गया था. उन्होने बताया कि इस मामलें में जांच शुरू कर दी गई है और हर एंगल से इसे जोड़कर देखा जा रहा है. आपको ज्ञात हो हालही में बीरभूम हिंसा में 10 लोगों की जलकर मौत हो गई थी, जिसमें छोटे बच्चे और महिलाएं भी शामिल थी.
West Bengal | 40 crude bombs recovered in Margram, Rampurhat of Birbhum district. The crude bombs were concealed in 4 buckets and kept in the back of an under-construction house. Investigation has been initiated:Birbhum Superintendent of Police (SP) Nagendra Nath Tripathi pic.twitter.com/pfrHa42Fcn
— ANI (@ANI) March 26, 2022
दरअसल, बीते सोमवार बीरभूम में TMC नेता भादू शेख की हत्या के बाद यहां माहौल गरमाया हुआ था. गुस्साए लोगों ने देर रात करीब 10-12 घरों को आग के हवाले कर दिया, जिसमें कुल 10 लोग जलकर मर गए. ख़बरों के मुताबिक आरोप है कि जलाने के पहले इन लोगों से मारपीट भी की गई थी.
पछिम बंगाल में हुई इस घटना को लेकर हलचल दिल्ली तक पहुंच गई है और इस मामलें की गूंज संसद में भी सुनाई दी. इस घटना पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नोटिस लेते हुए राज्य प्रशासन को घटना से संबंधित मामले की रिपोर्ट तलब की थी. फ़िलहाल इस घटना पर सीबीआई की विशेष जांच टीम ने पड़ताल शुरू कर दी है और आने वाले दिनों में इसकी रिपोर्ट सबके सामने आ जाएगी। इसके साथ ही CBI ने विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
बीजेपी सांसद रूपा गांगुली ने राज्यसभा में इस घटना का जिक्र करते हुए कहा था कि इस दर्दनाक घटना को याद करकर सर शर्म से झुक जाता है. उन्होंने कहा कि इस दर्दनाक घटना में 2 बच्चों सहित 8 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. राज्य की पुलिस पर किसी को भरोसा नहीं रह गया है। रूपा गांगुली राज्यसभा में कहा कि ‘‘झालदा में काउंसिलर मरता है…सात दिन के अंदर 26 हत्याएं होती हैं…26 राजनीतिक हत्याएं…आग से जलाकर खत्म कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट में यह पता चलता है कि पहले सभी के हाथ पैर तोड़े गये और फिर कमरे में बंद करके जला दिया गया।’’ बीरभूम घटना पर बोलने के दौरान रूपा गांगुली सदन में रोने लगी, जिसके बाद बीजेपी और टीएमसी के सांसद आपस में उलझ गए थे.