नई दिल्ली: हर मां-बाप की ख्वाहिश होती है कि, वो अपने बच्चों की शादी अच्छे से अच्छे घर में करें लेकिन अगर मां-बाप के अरमानों पर पानी फिर जाए, तो आप क्या कहेगें. जी हां… ऐसा ही मामला दिल्ली एयरपोर्ट से सामने आया है. जहां परिवार वाले बेटी को दुल्हन बनते देखना चाहते थे. उसके […]
नई दिल्ली: हर मां-बाप की ख्वाहिश होती है कि, वो अपने बच्चों की शादी अच्छे से अच्छे घर में करें लेकिन अगर मां-बाप के अरमानों पर पानी फिर जाए, तो आप क्या कहेगें. जी हां… ऐसा ही मामला दिल्ली एयरपोर्ट से सामने आया है.
जहां परिवार वाले बेटी को दुल्हन बनते देखना चाहते थे. उसके मां-बाप ने दिन रात एक कर के पैसे भी जमा किए थें, लेकिन मां-बाप को क्या पता बेटी की डोली उठने से पहले अर्थी उठ जाएगी.
बता दें कि लड़की के पिता रमेश कुमार की बीते दिन सुबह मौत हो गई . दरअसल, ये मौत इंदिरा गांधी इटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 की छत गिरने से हुई.
बता दें कि, रमेश कैब ड्राइवर थे और सावारियों को एयरपोर्ट छोड़ने के लिए आया जाया करते थे, लेकिन छत गिरने की वजह से कार नीचे दब गये. रमेश कुमार के सिर पर ज्यादा चोट लगने की वजह से उनकी मौत हो गई.
रमेश के बेटे रविंद्र कुमार का कहना है कि, वह न्याय के लिए लड़ेंगे और अपने पिता की मौत के लिए अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. शुक्रवार सुबह परिवार नींद में था.
पिता कैब लेकर सुबह-सुबह ड्यूटी पर निकले थे. अचानक उनकी मौत की कॉल आई. इस कॉल ने पूरे परिवार को अंदर से झकझोर दिया. कॉल करने वाले शख्स ने कहा कि, वो तुरंत दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल-1 पर आ जाएं.
रविंदर कुमार ने बताया कि, मां का नाम आशा है. छोटा भाई आशीष, 2 बहनें राशि और भावना हैं. आशा रोहिणी के घर में मेड का काम करती है.
हाल ही में उसने 5 लाख रुपये में कैब खरीदी थी और एक लाख रुपये की डाउन पेमेंट करनी थी. बहन पैसा पूरा करने के लिए पैसे इकट्ठा कर रही थी, लेकिन अब ये चिंता है कि, घर कैसे चलेगा? दोनों लड़कियों की शादी कैसे होगी?
सरकार दूारा घोषित मुआवजा परिवार के लिए बहुत कम रकम हैं, क्योंकि 4 भाई-बहन हैं और अपने साथ बाकी तीन की भी शादी करनी है. सरकार को मुआवजे अगर देना है, तो वो कम से कम 1 करोड़ रुपये दे.
हीं नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने 20 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है. पुलिस को मामले की ठीक से जांच करनी चाहिेए और जो भी जिम्मेदार हैं, उन्हें गिरफ्तार करना चाहिेए.