नई दिल्ली: दक्षिण पश्चिम मानसून वक्त से 6 दिन पहले ही पूरे देश में पहुंच चुका है। इसी वजह से गुजरात और पूर्वोत्तर के राज्यों में भारी बरसात देखने को मिल रही है। आईएमडी ने पूर्वी यूपी, उत्तराखंड, बिहार, ओडिशा, तटवर्ती आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कोंकण और गोवा में कल मंगलवार को हल्की से मध्यम […]
नई दिल्ली: दक्षिण पश्चिम मानसून वक्त से 6 दिन पहले ही पूरे देश में पहुंच चुका है। इसी वजह से गुजरात और पूर्वोत्तर के राज्यों में भारी बरसात देखने को मिल रही है। आईएमडी ने पूर्वी यूपी, उत्तराखंड, बिहार, ओडिशा, तटवर्ती आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कोंकण और गोवा में कल मंगलवार को हल्की से मध्यम बरसात की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी कर दिया है।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर के राज्यों, केरल, तटवर्ती कर्नाटक, तमिलनाडु और पुडुचेरी के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। इसके अलावा गुजरात के जूनागढ़ में संकट बना हुआ है और साथ ही बांध और नदियां उफान पर हैं। वहीं बद्रीनाथ हाईवे 12 घंटो के लिए बंद रहा जहां 10 हजार यात्री फंसे रहे।
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक नरेश कुमार का कहना है कि जहां तक दक्षिण पश्चिम मानसून का सवाल है तो यह सामान्य समय 8 जुलाई की जगह 2 जुलाई को ही पूरे देश में पहुंच चुका है। नरेश कुमार ने बताया कि मानसून पूर्वोत्तर के हिस्सों में विशेष रूप से सक्रिय रहा है। दिल्ली-NCR में अगले 4 से 5 दिन हल्की से मध्यम बारिश होगी। पूर्वोत्तर हिस्सों में आने वाले 5 दिन भारी से अधिक भारी बरसात होने की संभावना जताई हैं। इसमें मेघालय में आने वाले 2 दिन तेज बारिश देखने को मिल सकती हैं।
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक नरेश कुमार का कहना है कि उत्तराखंड में अगले 4 से 5 दिन तक भारी से अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है और अन्य जगहों में हल्की से मध्यम बरसात होने के आसार है। मुंबई में बीते एक हफ्ते से हो रही भारी बारिश से कुछ राहत मिली है और कल रविवार को अधिकतर क्षेत्रों में कम बारिश दर्ज की गई। अगले 3-4 दिनों तक ठाणे, रत्नागिरी, रायगढ़ और घाट के छिटपुट इलाकों में मध्यम स्तर की बरसात के आसार नजर आ रहे है।