नई दिल्लीः दो दिन धूप के बाद फिर कोहरा छाने से उत्तर भारत के कई इलाकों में बर्फीली ठंड बढ़ गई है। रविवार को हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में कड़ाके की ठंड के साथ घना कोहरा देखने को मिला। खराब मौसम और घने कोहरे के चलते ट्रेनों […]
नई दिल्लीः दो दिन धूप के बाद फिर कोहरा छाने से उत्तर भारत के कई इलाकों में बर्फीली ठंड बढ़ गई है। रविवार को हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में कड़ाके की ठंड के साथ घना कोहरा देखने को मिला। खराब मौसम और घने कोहरे के चलते ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा और उड़ानों ने भी देरी से उड़ान भरी। मौसम विभाग के अनुसार, अभी कम से कम दो से तीन दिन घना कोहरा और भीषण ठंड की स्थिति बने रहने का अनुमान है। तीन फरवरी तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में अलग-अलग जगहों पर बारिश की भी संभावना जताई है।
बात दें शुक्रवार और शनिवार को धूप खिलने से कड़ाके की ठंड से राहत की उम्मीद हो गई थी, लेकिन अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। उत्तर भारत में 6-9 डिग्री सेल्सियस के बीच न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से 3-6 डिग्री सेल्सियस तक कम रहा। चंडीगढ़ में सुबह न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस रहा।
तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में हिल स्टेशन ऊटी में कश्मीर जैसे हालात नजर आए हैं और न्यूनतम तापमान 1.3 डिग्री सेल्सियस तक गिर कर आ गया है। कड़ाके की ठंड से जनजीवन पर बेहद असर पड़ा है। बता दें जम्मू-कश्मीर के मशहूर पर्यटन स्थल गुलमर्ग, तंगमर्ग, गुरेज, सोनमर्ग और कुपवाड़ा के कई ऊंचे इलाकों में बर्फबारी देखने को मिली, जबकि जम्मू में दिनभर धूप खिली रही। कश्मीर के अधिकतर ऊंचे इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बादल छाए रहने की वजह से घाटी में न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे पहुंच गया।
बता दें 31 जनवरी को मध्य एवं उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। पूर्वानुमान को देखते हुए प्रदेश में लंबे वक्त से चल रहा सूखा टूटने के आसार बन गए हैं। किसान-बागवान लंबे वक्त से बारिश का इंतजार कर रहे हैं। गेहूं की बीजी फसल पीली पड़ गई है। सूखे के चलते प्रदेश में 30 फीसदी तक फसल बरबाद हो गई है। लाहौल में माइनस तापमान के चलते नदी-नालों में पानी जम रहा है।