नई दिल्ली। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने आज यानी बुधवार को लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल 2024 पेश किया। उन्होंने इसे उम्मीद नाम दिया है। उम्मीद का मतलब- यूनीफाइड वक्फ मैनेजमेंट इम्पावरमेंट, इफिशिएंसी एंड डेवलपमेंट है। इस बिल को एनडीए में शामिल पार्टियों- TDP, JDU और LJP ने समर्थन दिया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वक्फ बिल पर संसद में बोलते हुए कहा कि इसमें कोई भी गैर-इस्लामिक नहीं आएगा। वक्फ बिल में ऐसा कोई भी प्रोविजन नहीं है। विपक्षी दल सिर्फ अपने वोटबैंक के लिए अल्पसंख्यकों को डराने की कोशिश कर रहे हैं।
अमित शाह ने कहा कि साल 2013 में लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि वक्फ में काम कर रहे लोगों ने प्राइम जमीनों को बेचा है। पटना में ही उन्होंने डाक बंगला हड़प लिया है। हम चाहते हैं कि भविष्य में ऐसा कड़ा कानून लाया जाए कि चोरी करने वालों को जेल की हवा खिलाई जाए। लालू जी की इच्छा को इन्होंने (कांग्रेस ने) तो नहीं पूरी की लेकिन मोदी जी ने पूरी कर दी है।