हम जेल जाने से नहीं डरते… ED चार्जशीट में प्रियंका गांधी का नाम शामिल होने पर बोले डीके शिवकुमार

बेंगलुरु/नई दिल्ली: जमीन घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय की चार्जशीट में पहली बार कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का नाम सामने आया है. जिसे लेकर कांग्रेस भड़क गई है. कांग्रेस नेता इस लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. इस बीच कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बड़ा बयान दिया है. […]

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हम जेल जाने से नहीं डरते… ED चार्जशीट में प्रियंका गांधी का नाम शामिल होने पर बोले डीके शिवकुमार

Vaibhav Mishra

  • December 28, 2023 5:46 pm Asia/KolkataIST, Updated 11 months ago

बेंगलुरु/नई दिल्ली: जमीन घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय की चार्जशीट में पहली बार कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का नाम सामने आया है. जिसे लेकर कांग्रेस भड़क गई है. कांग्रेस नेता इस लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. इस बीच कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी को लगता है कि हम जेल जाने से डरते हैं, लेकिन हम (कांग्रेस के नेता) जेल जाने से नहीं डरते हैं. हम इस देश का कानून जानते हैं. वे (केंद्र सरकार) हमें धमकाने के लिए जांच एजेंसियों का इस्तेमाल नहीं कर सकते.

जमीन घोटाला मामले में आया नाम

बता दें कि ईडी की चार्जशीट में पहली बार प्रियंका गांधी वाड्रा का जिक्र किया गया है. सीसी थंपी और सुमित चड्ढा के खिलाफ दर्ज आरोप पत्र में प्रियंका गांधी के नाम का जिक्र किया गया. जांच में पता चला है कि रॉबर्ट वाड्रा तथा थंपी के अलावा प्रियंका गांधी ने भी फरीदाबाद में जमीन खरीदी थी. संजय भंडारी के नजदीकी थंपी-वाड्रा के बीच के फाइनेंशियल कनेक्शन की जांच के दौरान ये खुलासा हुआ है. हालांकि, ईडी की इस चार्जशीट में प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा का नाम बतौर आरोपी दर्ज नहीं हैं.

जानिए क्या है पूरा मामला?

यह फरीदाबाद में जमीन खरीद से जुड़ा मामला है. साल 2005-2006 के बीच फरीदाबाद के अमीपुर गांव में एचएल पाहवा (थंपी के करीबी) प्रोपर्टी डीलर के माध्यम से रॉबर्ट वाड्रा ने करीब 40.8 एकड़ जमीन खरीदी थी, जिसे दिसंबर साल 2010 में पाहवा को ही फिर से बेच दिया था. इसी तरह प्रियंका गांधी वाड्रा के नाम पर भी इसी अमीपुर गांव में अप्रैल 2006 में जमीन खरीदी गई थी, जिसे फरवरी 2010 में पाहवा को ही वापस बेचा गया था.

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