नई दिल्लीः यमुना में अमोनिया की मात्रा बढ़ने से दिल्ली के कई हिस्से में जल आपूर्ति में रुकावट है। पिछले लगभग एक पखवाड़े से यह दिक्कत है। बीच-बीच में स्थिति ठीक हो रही है, लेकिन शनिवार से परेशानी ज्यादा हो गई है। यमुना के वजीराबाद जलाशय में अमोनिया का स्तर 3.2 पीपीएम (पार्टस प्रति मिलियन) […]
नई दिल्लीः यमुना में अमोनिया की मात्रा बढ़ने से दिल्ली के कई हिस्से में जल आपूर्ति में रुकावट है। पिछले लगभग एक पखवाड़े से यह दिक्कत है। बीच-बीच में स्थिति ठीक हो रही है, लेकिन शनिवार से परेशानी ज्यादा हो गई है। यमुना के वजीराबाद जलाशय में अमोनिया का स्तर 3.2 पीपीएम (पार्टस प्रति मिलियन) से ज्यादा हो गया है।
इस कारण वजीराबाद व चंद्रावल जल शोधन संयंत्रों (डब्ल्यूटीपी) से 30 से 50 प्रतिशत कम शोधित पानी उपलब्ध हो रहा है जिससे राजधानी के बड़े हिस्से में या तो पानी नहीं पहुंच रहा या दबाव कम है। अधिकारियों ने बताया है कि दिल्ली ड्रेन (डीडी-8) के माध्यम से अमोनिया यमुना नदी में और उसके बाद वजीराबाद जलाशय में पहुंच रहा है।
परेशानी के समाधान के लिए वजीराबाद जलाशय में अमोनिया शोधन संयंत्रण बनाने का प्रस्ताव है। इसके काम में देरी से जल मंत्री आतिशी ने नाराजगी जताते हुए मुख्य सचिव से इसकी रिपोर्ट की मांग की है। अधिकारियों का कहना है कि हरियाणा की तरफ से अमोनिया दिल्ली पहुंच रहा है, इसे रोकने के लिए हरियाणा सरकार को पत्र लिखा गया है।
सिविल लाइंस, हिंदू राव अस्पताल व इसके आसपास के क्षेत्र, कमला नगर, शक्ति नगर व इसके साथ के क्षेत्र, करोलबाग, पहाड़गंज व एनडीएमसी क्षेत्र, ओल्ड एंड न्यू राजेंद्र नगर, ईस्ट एंड वेस्ट पटेल नगर, बलजीत नगर, प्रेम नगर, इंद्रपुरी व इसके साथ के क्षेत्र, कालकाजी, गोविंदपुरी, तुगलकाबाद, संगम, विहार, आंबेडकर नगर, प्रह्लादपुर व इसके साथ के क्षेत्र, रामलीला मैदान, दिल्ली गेट, सुभाष पार्क, माडल टाउन, गुलाबी बाग, पंजाबी बाग,जहांगीरपुरी, मूलचंद, साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश व इसके साथ के क्षेत्र, छावनी क्षेत्र का कुछ हिस्सा, दक्षिण दिल्ली और इन दोनों डब्ल्यूटीपी से जुड़े अन्य क्षेत्रों में।