नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में अभी गर्मी शुरू भी नहीं हुई है, लेकिन राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में पीने के पानी का संकट बढ़ने लगा है। गर्मी के कारण यमुना के जलस्तर में लगातार गिरावट आ रही है, जिसके चलते वजीराबाद स्थित तलाब का जलस्तर अब 671 फीट पर पहुंच गया है, जबकि इसका […]
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में अभी गर्मी शुरू भी नहीं हुई है, लेकिन राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में पीने के पानी का संकट बढ़ने लगा है। गर्मी के कारण यमुना के जलस्तर में लगातार गिरावट आ रही है, जिसके चलते वजीराबाद स्थित तलाब का जलस्तर अब 671 फीट पर पहुंच गया है, जबकि इसका सामान्य स्तर 674.50 फीट है. ऐसे में यमुना के घटते जलस्तर से दिल्ली में एक बार फिर जलसंकट खड़ा हो गया है। आलम यह है कि संकट के आने के बाद से दिल्ली जल बोर्ड के पास ट्विटर, फेसबुक और कॉल सेंटर के जरिए लगातार शिकायतें मिल रही हैं.जल बोर्ड अधिकारियों के अनुसार, पिछले एक सप्ताह के अंदर ही इन शिकायतों में करीब 20 से 25 फीसदी का इजाफा हुआ है. वजीराबाद तालाब में जलस्तर कम होने की वजह से इस समय वजीराबाद वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता में 15 फीसदी की गिरावट आई है जिससे राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में पानी का संकट उत्पन्न हो गया है।
जहां चंद्रावल वाटर प्लांट 75 फीसदी और वजीराबाद प्लांट 60 फीसदी क्षमता पर वर्तमान समय में काम कर रहे हैं. इसलिए यमुना नदी में पर्याप्त पानी वापस आने तक वजीराबाद डब्ल्यूटीपी से बहुत कम पानी की आपूर्ति उपलब्ध हो पाएगी।
इसके चलते प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में हिंदू राव अस्पताल, सिविल लाइंस आसपास के कुछ क्षेत्र शामिल हैं. इसके अलावा कमला नगर, पुराना और नया राजेंद्र नगर, पटेल नगर, शक्ति नगर, करोल बाग, पहाड़ गंज, एनडीएमसी क्षेत्र, बलजीत नगर, प्रेम नगर, इंद्रपुरी और आसपास के क्षेत्र में पानी की किल्लत रहेगी।
दिल्लीवासियों के सामने यह संकट उस वक्त आ रहा है, जब होली का त्यौहार बहुत निकट आ गया है. बता दें कि रगों का त्यौहार होली भारत के सबसे महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक माना जाता है, जो इस साल 8 मार्च 2023 को काफी धूम-धाम से मनाया जाएगा।
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