Voter ID Verification: चुनाव आयोग रविवार एक सितंबर से एक विशेष अभियान शुरू कर रहा है जिसके तहत मतदाताओं के वोटर आईडी का सत्यापन किया जाएगा. मतदाता सत्यापन अभियान के तहत 1 सितंबर से 15 अक्टूबर 2019 तक बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) घर-घर जाएंगे और मतदाताओं का वोटर लिस्ट में नाम और उनके मतदाता पहचान पत्र का सत्यापन करेंगे.
नई दिल्ली. चुनाव आयोग एक सितंबर से एक विशेष अभियान शुरू कर रहा है जिसके तहत भारतीय नागरिकों को अब वोटर आईडी यानी मतदाता पहचान पत्र का वेरिफिकेशन कराना होगा. वोटर आईडी का वेरिफिकेशन करने के लिअ बूथ लेवल ऑफिसर्स यानी बीएलओ को जिम्मेदारी दी गई है. आप घर बैठे वोटर आईडी का वेरिफिकेशन करवा सकते हैं. बीएलओ खुद आपके घर आएगा और आपके मतदाता पहचान पत्र का सत्यापन करेगा. चुनाव आयोग का यह विशेष अभियान रविवार एक सितंबर से शुरू हो रहा है और 15 अक्टूबर तक चलेगा.
चुनाव आयोग की ओर से सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को इस बाबत निर्देश जारी कर दिए हैं. जिला स्तर पर इस कार्यक्रम की रविवार को शुरुआत की जाएगी. इस अभियान के तहत इस साल की वोटर लिस्ट के आधार पर मतदाताओं का सत्यापन किया जाएगा और एक जनवरी 2020 के लिए वोटर्स का आंकड़ा भी तैयार किया जाएगा.
वोटर आईडी का सत्यापन करवाने के लिए आप अपने मोबाइल फोन का सहारा भी ले सकते हैं. चुनाव आयोग की वोटर हेल्पलाइन ऐप डाउनलोड कर घर बैठे मतदाता पहचान पत्र का वेरिफिकेशन करवाया जा सकता है. साथ ही यदि आपको अपनी वोटर आईडी में किसी तरह का बदवाव करवाना है तो भी ऐप के जरिए किया जा सकता है.
इन डॉक्यूमेंट्स के जरिए वेरिफाई करवाएं अपना वोटर आईडी-
मतदाता सत्यापन अभियान के तहत बीएलओ आपके घर आएगा और वोटर लिस्ट में आपका नाम और मतदाता पहचान पत्र का सत्यापन करेगा. इसके लिए आपको अपना आईडी और एड्रेस प्रूफ के लिए अन्य कोई सरकारी डॉक्यूमेंट दिखाना होगा. आप अपने पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, राशन कार्ड, इलेक्ट्रिसिटी बिल, बैंक पासबुक और किसान पहचान पत्र समेत अन्य कोई सरकारी पहचान पत्र दिखाकर अपना वोटर आईडी सत्यापित करवा सकते हैं.