विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकर्ता प्रवीण तोगड़िया फेक न्यूज पर जारी गाइलाइन्स जारी करने को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जो लोग आपातकाल का विरोध करते थे वे ही आज ऐसा व्यवहार कर रहे हैं. हालांकि मोदी सरकार ने सर्कुलर को वापस ले लिया है.
नई दिल्लीः विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने फेक न्यूज के मामले में पत्रकारों के मान्यता पत्र के लिए संशोधित दिशा-निर्देश के केंद्र के क़दम की मंगलवार को आलोचना की. विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकर्ता प्रवीण तोगड़िया ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि यह कदम एक अघोषित आपातकाल जैसा है. उन्होंने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है. किसी भी वजह से उसकी आवाज को दबाना नागरिक अधिकारों का हनन है.
उन्होंने कहा कि सरकार के इस कदम की हम निंदा करते हैं. उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि 52 साल से जो लोग आपातकाल का विरोध करते थे वे सत्ता में आने के बाद इस तरह का व्यवहार कर रहे हैं. यह सच में चौकाने वाला और भयावह है. उन्होंने कहा कि किसी भी न्यूज पर सहमति और असहमति जताना एक व्यक्ति पर निर्भर करता है लेकिन इस तरह रोक लगाना अस्वीकार्य है.
बता दें कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने फेक न्यूज को लेकर गाइडलाइन्स जारी की थी. जिसमें कहा गया था कि अगर कोई पत्रकार गलत समाचार का प्रसारण करता है तो उनकी मान्यता स्थायी रूप से रद्द कर दी जा सकती है. हालांकि मंगलवार को पीएम मोदी ने केंद्रीय स्मृति ईरानी द्वारा जारी सर्कुलर को वापस ले लिया और कहा कि यह मामला प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया का है.
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फेक न्यूज को लेकर जारी गाइडलाइन पर पीएम मोदी ने लगाई रोक, कहा- प्रेस काउंसिल से जुड़ा है मामला